आजमगढ़: जिला कारागार में 5 कैदियों के HIV संक्रमित पाए जाने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. आजमगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आईएन तिवारी ने इसकी पुष्टि की है. यह सभी कैदी जिले के इटौरा स्थित जिला कारागार में बंद हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रिपोर्ट जेल प्रशासन और शासन को दी है. जेल प्रशासन इन कैदियों की हिस्ट्री पता करने में लगा है. वहीं अन्य बंदियों की भी HIV जांच की जा रही है.
दरअसल, आजमगढ़ के इटौरा में बनी नई हाईटेक जेल में शासन के आदेश पर बंदियों की एचआईवी जांच की जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि कितने बंदी एचआईवी संक्रमित हैं. इस समय कारागार में कुल 2500 बंदी हैं, जिसमें महिला और पुरुष दोनों बंदी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि जेल में चल रही एचआईवी जांच की प्रक्रिया में बंदी भाग नहीं लेना चाह रहे हैं और बचने की कोशिश कर रहे हैं. अभी तक आधे बंदियों की जांच में कुल 5 एचआईवी संक्रमित बंदी मिले हैं. हालांकि अभी तक किसी महिला बंदी में इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आईएन तिवारी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2500 बंदियों में से अब तक कुल 1322 बंदियों की जांच हो चुकी है. पॉजिटिव पाए गए पांचों बंदियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है. एचआईवी होने की पुष्टि के लिए कन्फर्मेशन टेस्ट की रिपोर्ट आना बाकी है. जेल प्रशासन इनकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. फिलहाल जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. इस बात पर चर्चा हो रही है कि बंदियों में एचआईवी संक्रमण फैला कैसे.
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आईएन तिवारी ने बताया कि शासन के आदेश पर बंदियों की एचआईवी जांच की जा रही है. अब तक कुल 5 मरीज एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. इन बंदियों को सामान्य बंदियों की तरहल ही रखा गया है. सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ विभाग की टीम लगातार इन बंदियों की निगरानी कर रही है. कन्फर्मेशन टेस्ट आने के बाद इनका इलाज कराया जाएगा. वहीं सीएमओ ने कुछ मीडिया संस्थानों में 10 एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने की खबरों को भ्रामक बताया है.
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