आजमगढ़: गणतंत्र दिवस पर आजमगढ़ के हरिहरपुर घराने से ताल्लुक रखने वाले शास्त्रीय संगीत गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र को पद्म विभूषण पुरस्कार मिलने की खुशी पूरा देश मना रहा है. सबसे ज्यादा खुशी पंडित छन्नूलाल मिश्र के पैतृक गांव हरिहरपुर में देखी जा सकती है.
'गौरवान्वित महसूस हो रहा है'
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पंडित छन्नूलाल मिश्र के भतीजे राजेश मिश्रा का कहना है कि बहुत गौरवान्वित महसूस हो रहा है. वर्षों बाद यह पद्म विभूषण का पुरस्कार मिला है. भतीजे मोहन मिश्रा का कहना है कि हम हरिहरपुर घराने के लोग बहुत प्रफुल्लित हैं और यही हरिहरपुर की पहचान भी है.
'आत्मा को प्राण मिल गए'
मोहन मिश्रा ने कहा कि सरकार ने जो पद्म विभूषण दिया, यह पुरस्कार नहीं, जैसे एक आत्मा को प्राण मिल गए हों. पूरे गांव के लोगों को ऊर्जा मिल गई है और सबसे खास बात यह है कि जो युवा संगीत की साधना 3 घंटे करते थे, आज 5 घंटे करने लगे हैं. गांव के हर बच्चे, वृद्ध खुशी से प्रफुल्लित हैं और हम लोग सरकार को धन्यवाद देना चाहेंगे कि इस सरकार को संगीत की पहचान है और निश्चित रूप से यह हम लोगों के लिए बहुत गौरव के पल हैं.