आजमगढ़:उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की ओर से वर्ष 2018 के पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. इस सम्मान पुरस्कार के तहत साहित्य के क्षेत्र में काम करने वाले प्रदेश के साहित्यकारों और लेखकों को पुरस्कृत किया गया. इसी के तहत आजमगढ़ जिले की लेखिका सोनी पाण्डेय को भी हिंदी यशपाल सम्मान के लिए चयनित किया गया है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए लेखिका सोनी पाण्डेय ने कहा कि निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कार चयन में जिस तरह से मेरा नाम चयनित किया गया है, निश्चित रूप से अच्छा लग रहा है. यह एक अच्छी शुरुआत है. आजमगढ़ की धरती साहित्य के क्षेत्र में काफी समृद्ध धरती रही है. हालांकि यह पुरस्कार जोखिम भरा भी इसलिए है, क्योंकि इसके बाद जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं. उन्होंने कहा कि जिस रचना 'बलमा जी का स्टूडियो' के लिए मुझे चयनित किया गया है, उस पुस्तक में 10 कहानियां हैं, जो देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित भी हो चुकी हैं.