आजमगढ़: लॉक डाउन के दौरान जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए समाजसेवियों ने अनूठी पहल करते हुए जरूरतमंद व गरीब लोगों के घर घर खाना पहुंचा रहे हैं. सुबह 8 बजे से शुरू होने वाला यह भंडारा रात्रि 12 बजे तक चलता है.
आजमगढ़ में सुबह 8 बजे से चलता है गरीबों के लिए भंडारा
लॉक डाउन के दौरान आजमगढ़ में समाजसेवी सुबह आठ बजे से रात 12 बजे तक भंडारा चलाकर गरीब और जरूरतमंदों के पेट भरने का काम कर रहे हैं. इनका उद्देश्य है कि लॉक डाउन के दौरान कोई भूखा न सोए.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए समाजसेवी हरकेश विक्रम श्रीवास्तव का कहना है कि जब से लॉक डाउन लागू हुआ है उसी समय से हम लोगों ने जनपद के गरीब व जरूरतमंदों की मदद करने का फैसला लिया और लगातार उसी दिन से सुबह 8 बजे से लेकर रात्रि 12 बजे तक हम लोग खाना बनाते हैं और गरीबों व जरूरतमंदों के बीच वितरित भी करते हैं.
हरिकेश विक्रम का कहना है कि इस आपदा की घड़ी में कई ऐसे लोग हैं जिनकी दुकानें बंद हो गई हैं और जो किसी तरह से रोजी-रोटी कमा कर अपनी आजीविका चलाते थे इन लोगों के सामने खाने पीने का संकट आ गया और बहुत से घरों में बीमार लोग भी हैं. ऐसे लोग इस विपदा की घड़ी में भूखे पेट ना सोए इसलिए हम लोगों ने ये फैसला लिया है. जब तक जनपद में लॉक डाउन रहेगा तबतक हम लोग ऐसे ही जरूरतमंदों की मदद करते रहेंगे. हरकेश विक्रम ने बताया कि हम लोग दोनों समय ऐसे लोगों को भोजन पहुंचा रहे हैं इसके साथ ही जहां भी सूचना मिलती हैं उन लोगों को भी भोजन के पैकेट रात्रि 12 बजे तक उपलब्ध कराते हैं जिससे जनपद में कोई भी व्यक्ति भूखा सोने के लिए ना मजबूर हो.