आजमगढ़:जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के पारा गांव निवासी इंद्रपाल मौर्य और उनकी पत्नी शकुंतला देवी की जून माह में अपहरण कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो दिन पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. वहीं मृतक दपंति के बच्चों को अब तक मुआवजा नहीं मिला ( due to non receipt of compensation) है. जिसे लेकर मृतक के बच्चे परिजनों के साथ मिलकर अंबेडकर पार्क में भूख हड़ताल पर (children on hunger strike in azamgarh) बैठ गए है.
भूख हड़ताल पर बैठके शिवांश ने आरोप लगाया कि उसे किसी भी प्रकार की कोई भी मदद शासन प्रशासन द्वारा नहीं दी गई. उसने कई बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात भी की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. वहीं, अखबार में यह खबर प्रकाशित हुई थी कि एसडीएम द्वारा परिजनों को 25 लाख का चेक दिया गया, जो सरासर झूठ है. आर्थिक तंगी के चलते हम तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं. हमारी शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हो रही है. हम लोग घर पर ही भूखे मर रहे हैं, इसलिए यहां भूख हड़ताल पर बैठे हैं. शिवांश ने मांग की है कि उसे सरकारी नौकरी दी जाए और जो मदद का आश्वासन दिया गया, वह पूरा किया जाए.