आजमगढ़:जिले में बीते दिनों हुई पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित परिजनों से मिलने गुरुवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल जा रहा था, जिसे जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया. वहीं भीम आर्मी चीफ अपने कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहे थे, उन्हें पुलिस ने आजमगढ़-अंबेडकरनगर बॉर्डर पर ही रोक दिया.
आजमगढ़: पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे भीम आर्मी चीफ को बॉर्डर पर रोका - bhim army chief reached azamgarh
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में प्रधान की हत्या मामले में सियासत तेज होती जा रही है. पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को जिला प्रशासन के सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया गया. वहीं पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे भीम आर्मी चीफ को भी बॉर्डर पर रोक दिया गया.
आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि दलित ग्राम प्रधान के हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए. आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए. योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम है. यहां जब गाय कटती है तब पाप नहीं लगता है. जब दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक कटते हैं तो पाप लगता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था जैसी कोई चीज नहीं है. योगीराज में बड़े पैमाने पर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की हत्याएं हो रही हैं.
बता दें कि जिले के तरवा थाना क्षेत्र में 14 अगस्त को पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए तरवा थाने के इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज को निलंबित करने के साथ-साथ दोषियों पर गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई का निर्देश दिया है.