आजमगढ़: जिले में ग्राम प्रधान के मनरेगा मजदूर को काम देने से मना करने पर दोनों पक्षों में झड़प हो गई. इस दौरान मजदूर पक्ष और ग्राम प्रधान पक्ष के बीच घंटों तक ईट-पत्थर चले, जिसमें दो महिला घायल हो गईं. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस भी इस हमले का शिकार हो गई. पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त कर नहर में फेंक दिया गया.
सूचना के बाद पुलिस के आलाधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. साथ ही ग्राम प्रधान को हिरासत में लेकर अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश शुरू कर दी है.
पुलिस से जवानों से भी मारपीट
सिधारी थाना क्षेत्र के मुसेपुर गांव में देर रात मनरेगा मजदूरों और ग्राम प्रधान के बीच कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर घंटों ईट-पत्थर चलें. इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी. मौके पर कोबरा पुलिस के दो जवान पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनको भी मारपीट कर घायल कर दिया. इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों के वाहन को क्षतिग्रस्त कर नहर में फेंक दिया.
प्रधान के बेटे ने लगाया आरोप
वहीं सूचना के बाद मौके पर पुलिस के आलाधिकारी भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे और पूछताछ कर ग्राम प्रधान को हिरासत में ले लिया है. प्रधान के बेटे का कहना कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की वजह से कम मजदूरों को रखकर काम करा रहे थे, जिसको लेकर अन्य मजदूर विरोध करने लगे और रात को ही इसी बात को लेकर मारपीट शुरू कर दी.
पुलिस मामले में कर रही है जांच
एसपी सिटी पंकज पांडेय का कहना है कि शुक्रवार को ग्राम प्रधान और मनरेगा मजदूरों के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद ये लोग हमलावर हो गये. इसमें दो महिला और दो पुलिसकर्मीयों को मामूली चोटें आयी हैं. ग्राम प्रधान को हिरासत में ले लिया गया है. जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जायेगी.