आजमगढ़: जिले में हो रहा लोकसभा उपचुनाव अब रोचक मोड़ पर पहुंच गया है. बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली की जीत सुनिश्चित करने के लिए बसपा का कैडर मजबूती से लगा हुआ है. वहीं, बसपा के नेता भी गुड्डू जमाली के साथ कदम से कदम मिलाकर दिन रात एक किए हुए हैं. सोमवार को बहुजन समाज पार्टी के बलिया जिले के रसड़ा से विधायक उमाशंकर सिंह ने शहर के सिधारी क्षेत्र स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता कर उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी की जीत का दावा किया.
बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली यहां के लोकल प्रत्याशी हैं. उन्होंने कहा कि सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ बाहरी प्रत्याशी हैं, इसलिए जनता ने मन बना लिया है इस बार गुड्डू जमाली को ही जिताना है. कहा कि जनता के मन में यह मलाल है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव यहां से चुनाव जीते आजमगढ़ के विकास में सरकार रहते भी उन्होंने कुछ नहीं किया और 2019 के विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन होने के बाद चुनाव जीते अखिलेश यादव ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, मझधार में छोड़ कर चले गए. मतदाताओं का गुस्सा समाजवादी पार्टी को भारी पड़ेगा.
बहुजन समाज पार्टी को सपा द्वारा भारतीय जनता पार्टी की बी टीम कहे जाने के सवाल पर बसपा नेता ने कहा कि बसपा नहीं समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बी टीम है, क्योंकि उपचुनाव में अखिलेश यादव ने बलिहारी बाबू के बेटे सुशील आनंद को पहले प्रत्याशी इसीलिए बनाया कि दलित होने के नाते वह बसपा का वोट काट देंगे और भाजपा जीत जाएगी, लेकिन विरोध होने पर प्रत्याशी बदल दिया. उन्होंने कहा कि 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद अखिलेश यादव के खिलाफ जांच के कई आदेश हुए, लेकिन उसमें अभी तक कुछ नहीं हुआ. यह इसलिए की समाजवादी पार्टी भाजपा की बी टीम है.