आजमगढ़:जिले में मुकदमे से नाम हटाने पर 70 हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले हेडकांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरक्षी के रिश्वत लेने की खबर ईटीवी भारत ने प्रकाशित की थी. उसके बाद पुलिस महकमें हड़कंप मच गया.
बुधवार को 70 हजार रुपये की घूस लेने वाले हेडकांस्टेबल (Bribery head constable arrested in Azamgarh) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. आरोपी ने दर्ज मुकदमे से नाम निकालने के लिए एक महिला से 70 हजार रुपये की रिश्वत ली थी. इस मामले की जांच एसपी ने एसपी ट्रैफिक को सौंपी थी. जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद यह कार्रवाई की गई. बता दें, गंभीरपुर थाने के हरिश्चंद्रपुर गांव में मई 2022 में मारपीट हुई थी. इस घटना में वादी मुकदमा ने विरेंद्र यादव, महेंद्र यादव, साजमन, पंकज, प्रीती और राजकुमार को नामजद आरोपी बनाया गया है. मुकदमे की विवेचना तत्कालीन सीओ सदर सौम्या सिंह द्वारा की जा रही थी.
इस मामले में साजमन का नाम मुकदमे से वापस निकालने के लिए सीओ के पेशकार रहे हेडकांस्टेबल रामसोच ने साजमन का नाम निकालने के लिए उसकी मां लक्ष्मीना से 70 हजार रुपये घूस ले लिये थे. रुपये लेने के बाद भी साजमन का नाम नहीं निकाला गया और 82 की नोटिस भी चस्पा हो गई. साजमन ने जब सीओ पेशकार से इस बारे में बात की तो उसने हाजिर हो जाने की सलाह दी.