आजमगढ़ः जिले में पिछले दिनों हुईं ताबड़तोड़ हत्याओं के बाद एसपी त्रिवेणी सिंह का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह अब सुधीर सिंह को जिले का कप्तान नियुक्त किया गया है. पिछले चार दिनों में जिले में हत्या की कई घटनाएं सामने आईं जिसमें पुलिस की कार्रवाई फिसड्डी साबित हुई. अब एसपी त्रिवेणी सिंह को लखनऊ का साइबर क्राइम एसपी बनाया गया है.
13 अगस्त को देवगांव कोतवाली के घुड़सहना नाऊपुर गांव में हिस्ट्रीशीटर पिता-पुत्र को चुनावी रंजिश में गोली मार दी गयी. इसमें दोनों की मौत हो गई जिसके बाद ग्रामीण सड़क पर उतर आए. एसपी, एसपी सिटी सहित भारी पुलिस बल पहुंच गया और अपराधियों को 24 घंटे में गिरफ्तर करने का अश्वासन दिया, लेकिन 4 दिन बीत जाने के बाद भी नामजद 8 आरोपियों में से सिर्फ 5 को ही गिरफ्तार किया गया. अभी भी 3 आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं.
घटना के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि तरवा थाना क्षेत्र के बांसगांव के ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू की उसके घर से बुलाकर हत्या कर दी गयी. घटना के बाद बदमाश इसकी सूचना परिवारवालों को देते हुए फरार हो गए. प्रधान की हत्या के बाद भारी संख्या में ग्रामीण लामबंद होकर प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान भगदड़ में 12 वर्षीय मासूम की पुलिस की गाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गयी. इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने रासेपुर और बोंगरिया पुलिस चौकी में तोड़फोड़ के साथ आग लगा दी.
दलित प्रधान की हत्या का मुख्यमंत्री ने लिया था संज्ञान
14 अगस्त को ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू की हत्या का मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के साथ दोषियों की जल्द गिरफ्तारी का आदेश दिया. वहीं प्रधान और भगदड़ में मरे बच्चे के परिजनों को 5-5 लाख की सहायता राशि देने का भी निर्देश दिया था.
पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
13 अगस्त को पिता-पुत्र की हत्या के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर देवगांव कोतवाल को हटा दिया गया. वहीं प्रधान की हत्या और बवाल के बाद तरवा इंस्पेक्टर मंजय सिंह और बोंगरिया चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया. एसपी ने क्राइम कंट्रोल नहीं करने पर सीओ लालगंज अजय यादव का सर्किल बदल दिया.