आजमगढ़: कोरोना वायरस संक्रमण को कम करने और बचाव के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लाॅकडाउन घोषित किया गया है. इस दौरान लोगों को केवल आवश्यक कार्य के लिए ही घर से बाहर निकलने का निर्देश केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दिया गया है.
पुलिस-प्रशासन ने लंच पैकेट और किराया देकर यात्रियों को भेजा जालौन वहीं लाॅकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरी और ठेला लगाकर जीवन यापन करने वालों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है. इस कारण ये मजदूर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. ऐसे में बस स्टैंड पर इन मजदूरों के खाने-पीने आदि की व्यवस्था पुलिस-प्रशासन की ओर से की जा रही है.
इस संबंध में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने कहा, कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घर पर रहने की अपील के बाद भी, जो मजदूर अपने घरों की लौट रहे हैं. ऐसे में इनके लिए बस स्टैंड सहित कई स्थानों पर उनके खाने-पीने के लिए लंच पैकेट की व्यवस्था पुलिस-प्रशासन कर रही है.
वहीं डीआईजी ने बताया, कि जालौन जा रहे 20 मजदूरों के पास किराया नहीं था. इन्हें किराया देकर इनके गंतव्य स्थान पर भेजा गया. बताते चलें कि लाॅकडाउन होने के बाद मजदूरी और प्राइवेट नौकरी कर गुजारा करने वाले लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.