आजमगढ़ः जनपद में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को ध्यान में रखते हुए वाराणसी रेंज के एडीजी बृजभूषण शर्मा ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. लगभग ढाई घंटे से अधिक समय तक अधिकारियों के साथ बैठक में अधिकारियों को जनपद में अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिससे अपराधियों के मनोबल को तोड़ा जा सके.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वाराणसी रेंज के एडीजी बृजभूषण शर्मा ने बताया कि जनपद में अवैध शराब के खिलाफ अभियान के साथ गोकशी में भी कार्रवाई की जा रही है. 347 गोकशी के आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. इसके साथ ही 9 करोड़ 81 लाख की प्रॉपर्टी भी सीज की गई, जिसमें 9 करोड़ की संपत्ति कुख्यात अपराधी कुंटू सिंह की थी. एडीजी ब्रज भूषण शर्मा ने आजमगढ़ के कप्तान सुधीर कुमार सिंह को 1 वर्ष में हत्या लूट बलात्कार की घटनाओं की समीक्षा करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसमें जिन अपराधियों पर गैंगेस्टर लग सकता है. उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए.
आजमगढ़: वाराणसी रेंज के एडीजी ने की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक - वाराणसी रेंज के आईजी ने की समीक्षा बैठक
यूपी के आजमगढ़ जनपद में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को ध्यान में रखते हुए वाराणसी रेंज के एडीजी बृजभूषण शर्मा ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. लगभग ढाई घंटे से अधिक समय तक अधिकारियों के साथ बैठक में अधिकारियों को जनपद में अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिससे अपराधियों के मनोबल को तोड़ा जा सके.
आजमगढ़ जनपद के तरवा थाना क्षेत्र में दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू की हत्या मामले में भी एडीजी ने थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारी के विरुद्ध जांच करा कर 3 दिन में रिपोर्ट मांगी है. एडीजी ने ग्राम प्रधान की हत्या के मामले में शामिल शातिर अपराधी सूर्यांश के ऊपर चार हत्या व लूट के मुकदमे के बावजूद 307 में वांटेड के बाद भी थाने की टॉप टेन की सूची में नाम ना होने पर भी कड़ी नाराजगी जताते हुए 3 दिन में इन लोगों से जवाब मांगा है.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में विगत 15 दिन में पांच हत्या की घटनाओं के साथ कई लूट की घटनाएं हुई जिसको लेकर प्रदेश भर में काफी हो हल्ला मचा. आजमगढ़ जनपद के तरवा थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते और पप्पू की हत्या के मामले में पुलिस की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है. ऐसे में एडीजी ने थाने के पूर्व के इंस्पेक्टर व क्षेत्राधिकारी 15 दिन में जवाब मांगा है अन्यथा इन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.