आजमगढ़:पूरे देश में चल रहे लॉकडाउन के चलते शराब की दुकानों से होने वाली आय में काफी कमी आई है. आजमगढ़ मंडल में जून माह तक 119 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जो निश्चित रूप से आबकारी विभाग के लिए शुभ संकेत नहीं है.
जनपद मंडल के उप आबकारी आयुक्त एस पी चौधरी का कहना है कि भले ही पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा था पर प्रदेश सरकार ने 4 मई से शराब की दुकानों को खोलने का निर्णय लिया था. शराब की दुकानें प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जरूर खुलीं पर जिस तरह से लगातार कंटेनमेंट जोन बढ़ते जा रहे हैं उन बाजारों की दुकानें बंद की जा रही हैं. निश्चित रूप से इससे राजस्व को काफी नुकसान हुआ है.
उप आबकारी आयुक्त एसपी चौधरी का कहना है कि मंडल में अवैध शराब बनाने वालों पर कार्रवाई भी हो रही है और लॉकडाउन में शराब पीने वाले लोगों की संख्या में भी कमी हुई है. एसपी चौधरी का कहना है कि निश्चित रूप से इस नुकसान के कारण कई दुकानों के बंद होने तक की नौबत आ गई है पर ऐसी दुकानों को बचाने के लिए सरकार कोई न कोई निर्णय जरूर लेगी.
आजमगढ़ मंडल के अंतर्गत आने वाले बलिया में विगत वर्ष 97 करोड़ का राजस्व मिला था जबकि इस वर्ष 62 करोड़ रुपये और मऊ जनपद में पिछले वर्ष 62 करोड़ रुपये राजस्व मिला था जबकि इस वर्ष 41 करोड़ का ही राजस्व मिल सका. मंडल के आजमगढ़ जिले में 63 करोड़ रुपए, बलिया में 35 करोड़ रुपए और मऊ में 21 करोड़ का नुकसान हुआ है.
आजमगढ़ मंडल में शराब कारोबार को लगा झटका, 119 करोड़ के राजस्व का हुआ नुकसान - शराब की बिक्री घटी
आजमगढ़ मंडल में कोरोना महामारी के दौरान शराब बिक्री दर धीमी होने से आबकारी विभाग को 119 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. मंडल के आजमगढ़ जिले में 63 करोड़ रुपए, बलिया में 35 करोड़ रुपए और मऊ में 21 करोड़ का नुकसान हुआ है.
उप आबकारी आयुक्त एस पी चौधरी
जिले में 587 देशी शराब की दुकानें, 237 अंग्रेजी शराब की दुकानें, 211 बीयर की दुकान व 9 मॉडल्स शॉप हैं. उप आबकारी आयुक्त एस पी चौधरी का कहना है कि शराब की दुकानें तो खुल गईं लेकिन शराब पीने वालों की संख्या में काफी कमी आई है और निश्चित रूप से इसका खामियाजा राजस्व नुकसान के रूप में उठाना पड़ रहा है.