अयोध्या:राम नगरी में एक बार फिर योगी सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है. राम की पैड़ी में सरयू जल की अविरल धारा का प्रवाह शुरू हो गया है. सिंचाई विभाग के प्रमुख विनोद कुमार निरंजन की मौजूदगी में सभी 6 पंप स्टार्ट कर दिए गए हैं. राम की पैड़ी पर पंप हाउस स्टार्ट होने से अब राम नगरी के प्रवेश द्वार की भव्यता में और निखार आएगा. हालांकि पैड़ी एक्सटेंशन घाटों का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हो पाया है.
52 करोड़ की लागत से राम की पैड़ी का होगा कायाकल्प
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 52 करोड़ की लागत से राम की पैड़ी के विकास की योजना बनाई. राम की पैड़ी में पहले पंप की क्षमता 40 क्यूसेक थी, जिसे बढ़ाकर 240 क्यूसेक कर दिया गया. स्वीकृत परियोजना के अनुसार यह कार्य दीपोत्सव 2019 के पहले संपन्न कर लिया गया. पंप हाउस के पुनर्निर्माण को योजना के अंतर्गत पंप हाउस का निर्माण कराया गया. मुख्य चैनल में ग्रेविटी उत्पन्न करने और आवश्यकतानुसार रिमॉडलिंग हेतु मॉडल स्टडी सिंचाई अनुसंधान संस्थान रुड़की से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर राम की पैड़ी मुख्य चैनल के पूर्व शिक्षण को परिवर्तित कर रीमॉडलिंग परियोजना स्वीकृत की गई.
एक्सटेंशन घाटों का कार्य अधूरा
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर 27 अक्टूबर 2019 को हनुमानगढ़ी-गोंडा मार्ग से आगे (डिस्पोजल चैनल) और अयोध्या-गोंडा मार्ग से चौधरी चरण सिंह घाट तक (स्केप चैनल) में कुल 505 मीटर लंबाई में दोनों और रिक्त घाटों का निर्माण प्रस्तावित है. प्रदेश सरकार की यह मंशा थी कि राम की पैड़ी से निकलकर जल वापस जहां तक सरयू में प्रवाहित हो रहा है, वहां तक घाटों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही दोबारा राम की पैड़ी में जल प्रवाहित किया जाएगा, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना और बजट के अभाव में घाटों के निर्माण का कार्य अभी नहीं हो सका है.
सिंचाई विभाग की मानें तो बजट के अभाव में यह कार्य रुका हुआ है. विभाग का कहना है कि परियोजना के मध्य में स्वीकृत धनराशि खर्च हो गई है. सिंचाई विभाग शेष कार्य बजट अवमुक्त होने के बाद कराया जाएगा. फिलहाल पैड़ी पर पंप हाउस को पुनः संचालित कर दिया गया है.