अयोध्या :शहर के श्री राम पुरम कॉलोनी में 1 जून को हुई गर्भवती शिक्षिका की हत्याकी गुत्थी का पुलिस ने एक महीने बाद 3 जुलाई को खुलासा कर दिया. पुलिस ने महिला शिक्षक के हत्यारोपी नाबालिक को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी का मृतक महिला से अवैध संबंध होने की बात कही थी.
वहीं अब पुलिस की इस कार्रवाई पर मृतक महिला के परिजनों ने आपत्ति जताई है. महिला के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई को संदिग्ध माना है. मृतक शिक्षिका के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने हत्या और चोरी के जो साक्ष्य बताए हैं, वह सही हैं. लेकिन बिना किसी साक्ष्य के पुलिस ने उनकी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाया है, यह गलत है.
मृत शिक्षिका के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या हो चुकी है. अब पुलिस ने उनकी बेटी पर चारित्रिक दोष लगाकर समाज में अपमानित कर दिया है. जबकि उनकी बेटी और आरोपी के बीच किसी तरह का संबंध होने का कोई प्रमाण पुलिस को अभी तक नहीं मिला है. सिर्फ हत्यारोपी के बयान के आधार पर उनकी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाया गया है. जबकि आरोपी नाबालिग लड़का कभी भी उनके घर नहीं आता जाता था.
मृतक के परिजनों का आरोप, जांच को किया गया प्रभावित
मृत शिक्षिका के पिता ने आरोप लगाया कि हत्या के आरोपी नाबालिग की मां बीजेपी महिला मोर्चा की सदस्य हैं. इसी वजह से राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस जांच प्रभावित की जा रही है. पुलिस आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है. महिला के परिजनों ने मांग कि है कि सीएम योगी मामले का संज्ञान लेकर हत्यारोपी की मां को बीजेपी के संगठन से बाहर निकालें, ताकि जांच प्रभावित न हो. पीड़ित पक्ष ने इस मामले की एक बार फिर से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.