अयोध्या: विश्व हिंदू परिषद ()Vishwa Hindu Parishad) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मिलने के बाद पहली बार डॉ. रविंद्र नारायण सिंह राम नगरी अयोध्या पहुंचे. उनके साथ उनकी पत्नी भी इस यात्रा में शामिल थी. अयोध्या पहुंचकर विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राम मंदिर निर्माण के लिए तराशे जा रहे पत्थरों को देखा. इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा भी की. अयोध्या यात्रा के दौरान उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना.
विहिप राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की राम मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा. मीडिया से बात करते हुए विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रविंद्र नारायण सिंह ने कहा कि जो पत्थर 1991 से यहां रखा गया था, आज के हिसाब से महज 20% है. अभी हम लोगों को 70 से 80% पत्थरों पर नक्काशी करना है. हम लोगों के पास पर्याप्त मात्रा में पत्थर उपलब्ध है और जल्दी उन पत्थरों पर तराशी का कार्य भी शुरू होगा. रामलला के मंदिर निर्माण के लिए जब बुनियाद की खुदाई हो रही थी तो उसने भारी मात्रा में मलबा मिला जिस पर नींव नहीं बनाई जा सकती थी. 400 फीट लंबा 300 फीट चौड़ा और 60 मीटर गहरा भूखंड था जहां से मलबा हटाया गया. बुनियाद की भराव उच्च क्वॉलिटी के मटेरियल से किया जा रहा है. एक लेयर 12 इंच की हो रही है. 5 सितंबर तक रामलला के मंदिर निर्माण की बुनियाद भरे जाने का काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद मंदिर का प्लिंथ लेवल बनाया जाएगा, जो अभी मौजूदा कंडीशन से 2 से 3 मीटर ऊंचा होगा. राम मंदिर निर्माण में लगे हुए कार्यदायी संस्था के कर्मी पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ काम कर रहे हैं और 2023 के अंत तक हम लोग रामलला को उनके गर्भ ग्रह में स्थापित कर देंगे. वहीं काशी और मथुरा के सवाल पर विश्व हिंदू परिषद के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रविंद्र नारायण सिंह ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद का काम केवल मंदिर निर्माण का नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व में हिंदू को एकत्रित करना, हिंदुत्व की महत्वता को बरकरार करना और जो हममें बिखराव है, उसको दूर करना है. आज से 10 साल पहले विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर एक पर्यायवाची शब्द बन गया था, लेकिन आज जब हम रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कर रहे हैं. उसके साथ हमें ऐसा माहौल पैदा करना है. आगामी 50 साल बाद ऐसा न हो कि राम जन्मभूमि टूट जाए. हमें हिंदुत्व को जागृत कर हिंदुत्व की रक्षा करनी है. इसमें जो भी बाधा होगी, उसको दूर किया जाएगा. जहां तक काशी और मथुरा की बात है तो मैं ये कहूंगा कि एक के साधे सब सधे सब साधे सब जाए, तो पहले एक को चलने दीजिए फिर आगे की बात होगी.
विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अयोध्या दौरे के दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे.अपनी अयोध्या यात्रा के दौरान विश्व हिंदू परिषद के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रविंद्र नारायण सिंह ने प्रसिद्ध सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजन किया. देर शाम उन्होंने सरयू तट के किनारे मां सरयू की आरती कार्यक्रम में भी शिरकत की. इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के तमाम स्थानीय नेता मौजूद रहे.