अयोध्या:राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक शनिवार को हुई. बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अक्टूबर में प्लिंथ का काम शुरू हो जाएगा. करीब 4,00,000 घनफुट पत्थर इसमें प्रयोग किए जाएंगे. बैठक में निर्माण योजना में शामिल तकनीकी विशेषज्ञों से मंदिर में लगने वाले स्टोन की फिटिंग, परकोटा रिटेनिंग वॉल समेत कई गतिविधियों को एक साथ संचालित करने पर चर्चा की गयी.
रोजाना एक लाख रामभक्तों को दर्शन कराने की योजना बना रहा है ट्रस्ट: चंपत राय - उत्तर प्रदेश समाचार
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ऐसी योजना बना रहा है कि रोज करीब एक लाख भक्त भगवान राम के दर्शन कर सकें. ये बात अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कही.
शनिवार की शाम को अयोध्या के सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक हुई. बैठक में समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र सहित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और ट्रस्ट के अन्य सदस्य शामिल हुए. बैठक के दौरान लक्ष्य बनाया गया कि साल 2023 तक नए मंदिर में राम भक्तों को रामलला के दर्शन हो सकें. बैठक में विधि विशेषज्ञों से सलाह लेकर, इस विषय पर भी चर्चा की गई कि प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकें.
चंपत राय ने बताया कि नींव का काम लगभग पूरा हो चुका है. हमारा प्रयास है कि पूरे परिसर को इको फ्रेंडली बनाया जाए. वहीं राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग का नाम दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर रखे जाने पर चंपत राय ने खुशी जाहिर की. बैठक में ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज, कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो के अधिकारी समेत अन्य तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हुए थे.