अयोध्याःविजन डॉक्यूमेंट के तहत रामनगरी के मुख्य मार्ग और राम जन्म भूमि दर्शन मार्ग को चौड़ा करने की योजना को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. योजना के खिलाफ आंदोलन कर रहे अयोध्या व्यापार मंडल के नेताओं ने जिला और पुलिस प्रशासन गंभीर आरोप लगाया है. व्यापारी नेताओं का कहना है कि आंदोलन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसा न करने पर जेल भेजने और मुकदमे दर्ज करने की धमकी दी जा रही है. व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता बुधवार को व्यापारियों के साथ मीडिया के सामने जिले में तैनात एक पुलिस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए.
व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू ने बताया कि राम जन्म भूमि दर्शन के लिए जाने के लिए कई रास्ते हैं. उन रास्तों को चौड़ा करने की जगह अयोध्या के व्यापारियों को उजाड़ने की योजना चल रही है. कई पीढ़ियों से व्यापारी दुकानों के जरिए अपनी जीविका चला रहे हैं. राम जन्मभूमि मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में व्यापारी हैं, जिन्हें उजाड़ने की योजना है. हमारी मांग है कि व्यापारियों को उजाड़ने से पहले उन्हें बसाने की योजना पर काम किया जाए. इसके अलावा नया घाट से लेकर सहादतगंज के बीच भी फोरलेन सड़क योजना के नाम पर व्यापारियों और आम नागरिकों को उजाड़ने की योजना बनाई गई है. नंदू कुमार ने कहा कि जिन व्यापारियों की दुकानें तोड़ी जा रही है, उन्हें उन्हीं दुकानों के पीछे दुकान बनवा कर दी जाए. इन सब मांगों को लेकर हम बीते 1 वर्ष से आंदोलन कर रहे हैं. इसके लिए हमने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित सभी बड़े नेताओं और मंत्रियों को पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक हमारे मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया.
व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू ने कहा कि 3 जुलाई को व्यापारियों ने एक शांति मार्च निकाला था. जिसको लेकर अयोध्या पुलिस प्रशासन ने दर्जनभर व्यापारियों के ऊपर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए थे. बाद में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने इन मुकदमों को खत्म करने की बात कही थी. लेकिन अब मुकदमे खत्म करने की जगह उन्हें धमकी दी जा रही है कि आंदोलन खत्म कर दें. आंदोलन खत्म नहीं किया तो गंभीर धाराओं में उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा. नंदू ने आरोप लगाया कि प्रशासन के अधिकारी व्यापारियों की दुकान पर छापेमारी करने की धमकी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम इन धमकियों से डरेंगे नहीं और अपने हक की आवाज उठाते रहेंगे. हमारा आंदोलन खत्म नहीं होगा.