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सड़क चौड़ीकरण योजना से व्यापारी नाराज, आर-पार की लड़ाई को तैयार

अयोध्या में विजन डॉक्यूमेंट के जरिए सड़क चौड़ीकरण को लेकर व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है. व्यापारियों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनके प्रस्ताव पर विचार नहीं किया गया तो वह सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे.

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Published : Jun 28, 2021, 3:28 PM IST

व्यापारी नाराज
व्यापारी नाराज

अयोध्या:रामनगरी की जल्द ही तस्वीर बदलने वाली है. विजन डॉक्यूमेंट के अंतर्गत सड़क चौड़ीकरण का भी काम किया जाएगा. नया घाट से लेकर सहादतगंज तक और श्रृंगार हाट से लेकर राम जन्मभूमि के बीच दर्शन मार्ग तक. नया घाट से लेकर सहादतगंज के बीच फोरलेन सड़क निर्माण योजना में हजारों की तादाद में आम नागरिकों के घर और मुख्य बाजार में स्थित सैकड़ों दुकानें आ रही हैं. इससे नाराज होकर व्यापारी वर्ग ने मोर्चा खोल दिया है.

विजन डॉक्यूमेंट में मार्गों के चौड़ीकरण से नाराज व्यापारियों ने आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दी है. एक बड़ी बैठक के जरिए व्यापारियों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनके प्रस्ताव पर विचार नहीं किया गया और उनकी दुकानें तोड़ी गईं तो बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे. वहीं, व्यापारियों ने एक जुलाई से मौन पदयात्रा निकालने की भी चेतावनी दी है. दरअसल, प्रशासन ने मार्गों की चौड़ाई 13 मीटर और 24 मीटर का मानक तय किया है. ऐसे में मुख्य बाजार का बड़ा इलाका प्रभावित हो रहा है और लोगों के मकान और दुकानें चौड़ीकरण में प्रभावित होंगी. इस कारण व्यापारी परेशान हैं. उनकी मांग है कि सड़कों की चौड़ाई 13 की बजाय 10 मीटर और 24 मीटर की जगह 18 मीटर करें.

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सड़क चौड़ीकरण योजना के खिलाफ आंदोलन कर रहे व्यापारी नेता नंदकुमार नंदू ने बताया कि अयोध्या के विकास और राम मंदिर के निर्माण से अयोध्या के सभी नागरिक और व्यापारी बेहद खुश हैं. अयोध्या का विकास होगा तो यहां लोगों को रोजगार मिलेगा और आमदनी बढ़ेगी, लेकिन सड़क चौड़ीकरण के नाम पर जब बाजार उजाड़ दिए जाएंगे, व्यापारियों की रोजी-रोटी छीन ली जाएगी तो आखिरकार व्यापारी कहां जाएगा. हम व्यापारी सैकड़ों वर्ष से यहां पर दर्शनार्थियों से अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं. सड़क चौड़ीकरण योजना में दुकानें तोड़ने का प्रस्ताव है. हमारी मांग है कि इस योजना में कुछ परिवर्तन लाया जाए, जिससे नुकसान कम हो और जहां पर दुकानें तोड़ी जा रही हैं व्यापारियों को उसी स्थान पर दुकानों के पीछे दुकानें बनाकर दी जाएं.

वर्तमान में प्रदेश और केंद्र सरकार की कोई योजना व्यापारियों के हित के लिए नहीं है. योजना तय करने से पहले व्यापारियों से सामंजस्य बनाना चाहिए था. हमारी मांगों को भी इस योजना में शामिल किया जाना चाहिए था. अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी तो व्यापारी सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होगा.

-नंदकुमार नंदू, व्यापारी नेता

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