अयोध्या:हिन्दू कैलेंडर के अनुसार 2 नवंबर 2021 को कार्तिक कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि, आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर), आश्विन. द्वादशी तिथि 11:31 AM तक उपरांत त्रयोदशी. नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी 11:44 AM तक उपरांत हस्त. वैधृति योग 06:13 PM तक, उसके बाद विष्कुम्भ योग. करण तैतिल 11:31 AM तक, बाद गर 10:21 PM तक, बाद वणिज. नवम्बर 02 मंगलवार को राहु 02:29 PM से 03:51 PM तक है.चन्द्रमा कन्या राशि पर संचार करेगा.
सूर्योदय
6:15 AM
सूर्यास्त
5:13 PM
चन्द्रोदय
3:10 AM
चन्द्रास्त
3:46 PM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
हेमंत
विक्रम संवत - 2078, आनन्द
शक सम्वत- 1943, प्लव
पूर्णिमांत- कार्तिक
अमांत- आश्विन
तिथि
कृष्ण पक्ष द्वादशी- Nov 01 01:22 PM – Nov 02 11:31 AM
कृष्ण पक्ष त्रयोदशी - Nov 02 11:31 AM – Nov 03 09:02 AM
नक्षत्र
उत्तर फाल्गुनी - Nov 01 12:53 PM – Nov 02 11:44 AM
हस्त- Nov 02 11:44 AM – Nov 03 09:58 AM
करण
तैतिल -Nov 02 12:32 AM – Nov 02 11:31 AM
गर - Nov 02 11:31 AM – Nov 02 10:21 PM
वणिज- Nov 02 10:21 PM – Nov 03 09:02 AM
योग
वैधृति - Nov 01 09:04 PM – Nov 02 06:13 PM
विष्कुम्भ - Nov 02 06:13 PM – Nov 03 02:53 PM
वार
मंगलवार
त्यौहार और व्रत
धनतेरस
प्रदोष व्रत
भौम प्रदोष व्रत
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:15 AM
सूर्यास्त - 5:13 PM
चन्द्रोदय- Nov 02 3:10 AM
चन्द्रास्त - Nov 02 3:46 PM
अशुभ काल
राहू- 2:29 PM – 3:51 PM
यम गण्ड - 8:59 AM – 10:22 AM
कुलिक - 11:44 AM – 1:06 PM
दुर्मुहूर्त - 08:27 AM – 09:11 AM, 10:26 PM – 11:18 PM
वर्ज्यम् - 07:31 PM – 09:00 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त- 11:22 AM – 12:06 PM
अमृत काल- 04:25 AM – 05:53 AM
ब्रह्म मुहूर्त- 04:39 AM – 05:27 AM
आनन्दादि योग
प्रजापति (धाता) Upto - 11:44 AM
सौम्य
सूर्या राशि
सूर्य तुला राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा कन्या राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत - आश्विन
पूर्णिमांत - कार्तिक
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - कार्तिक 11, 1943
वैदिक ऋतु- शरद
द्रिक ऋतु - हेमंत
आज का सुविचार
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हिन्दू कैलेंडर के अनुसार 2 नवंबर 2021 को कार्तिक कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि, आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर), आश्विन. द्वादशी तिथि 11:31 AM तक उपरांत त्रयोदशी.
आज का पंचांग
सेवा सभी की करना मगर आशा किसी से भी न रखना, क्योंकि सेवा का वास्तविक मूल्य भगवान ही दे सकते है, इंसान नहीं.