अयोध्या:हिन्दू कैलेंडर के अनुसार 28 अक्टूबर 2021 को कार्तिक कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि, आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर), आश्विन. सप्तमी तिथि 12:49 PM तक उपरांत अष्टमी. नक्षत्र पुनर्वसु 09:41 AM तक उपरांत पुष्य. साध्य योग 02:20 AM तक, उसके बाद शुभ योग.करण बव 12:49 PM तक, बाद बालव 01:35 AM तक, बाद कौलव. आज अक्टूबर 28 गुरुवार को राहु 01:07 PM से 02:31 PM तक है. चन्द्रमा कर्क राशि पर संचार करेगा.
सूर्योदय
6:12 AM
सूर्यास्त
5:17 PM
चन्द्रोदय
11:12 PM
चन्द्रास्त
12:35 PM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
हेमंत
विक्रम संवत -2078, आनन्द
शक सम्वत - 1943, प्लव
पूर्णिमांत -कार्तिक
अमांत - आश्विन
तिथि
कृष्ण पक्ष सप्तमी - Oct 27 10:50 AM – Oct 28 12:49 PM
कृष्ण पक्ष अष्टमी - Oct 28 12:49 PM – Oct 29 02:09 PM
नक्षत्र
पुनर्वसु - Oct 27 07:08 AM – Oct 28 09:41 AM
पुष्य - Oct 28 09:41 AM – Oct 29 11:38 AM
करण
बव - Oct 27 11:54 PM – Oct 28 12:49 PM
बालव -Oct 28 12:49 PM – Oct 29 01:35 AM
कौलव - Oct 29 01:35 AM – Oct 29 02:09 PM
योग
साध्य - Oct 28 02:09 AM – Oct 29 02:20 AM
शुभ -Oct 29 02:20 AM – Oct 30 01:59 AM
वार
गुरुवार
त्योहार और व्रत
अहोई अष्टमी
कालाष्टमी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:12 AM
सूर्यास्त - 5:17 PM
चन्द्रोदय - Oct 28 11:12 PM
चन्द्रास्त - Oct 28 12:35 PM
अशुभ काल
राहू -1:07 PM – 2:31 PM
यम गण्ड -6:12 AM – 7:35 AM
कुलिक -8:58 AM – 10:21 AM
दुर्मुहूर्त - 09:54 AM – 10:38 AM, 02:20 PM – 03:04 PM
वर्ज्यम् - 06:20 PM – 08:04 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 11:22 AM – 12:07 PM
अमृत काल -07:02 AM – 08:48 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:36 AM – 05:24 AM
आनन्दादि योग
सिद्धि Upto - 09:41 AM
शुभ
सूर्या राशि
सूर्य तुला राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा कर्क राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
Aaj Ka Panchang: जानिए आज का शुभ मुहूर्त, किस राशि में होगा चंद्रमा का संचार - shubh muhurat
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार 28 अक्टूबर 2021 को कार्तिक कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि, आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर), आश्विन. सप्तमी तिथि 12:49 PM तक उपरांत अष्टमी.
आज का पंचांग
अमांत - आश्विन
पूर्णिमांत -कार्तिक
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - कार्तिक 6, 1943
वैदिक ऋतु - शरद
द्रिक ऋतु - हेमंत
आज का सुविचार
जीवन में तजुर्बा इंसान को गलत फैसले से बचाता है, लेकिन यह भी सच है कि तजुर्बा उसे गलत फैसले से ही मिलता है.