अयोध्याःमहिलाओं के स्वयं सहायता समूह की तर्ज पर छोटे किसानों का किसान संगठन बनाया जा रहा है. जिसे फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन नाम दिया गया है. किसान इस संगठन के तहत अपने सारे कृषि कार्य कर सकेंगे. क्योंकि छोटे किसानों के लिए मजदूरी बहुत महंगी होती है. इसलिए किसान संगठन बनाकर एक दूसरे की कृषि कार्य में मदद कर सकेंगे.
स्वयं सहायता समूह की तर्ज पर किसानों का संगठन, जानिए कैसे मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के स्वयं सहायता समूह की तर्ज पर छोटे किसानों का किसान संगठन बनाया जा रहा है. जिसे फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन नाम दिया गया है.
नाबार्ड की तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय बैठक
शुक्रवार को अयोध्या के एक होटल में नाबार्ड की तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय बैठक शुरू हुई. इस बैठक में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक शंकर ए पांडे शिरकत कर रहे हैं. इस तीन दिवसीय बैठक में उत्तर प्रदेश के 52 जिलों के जिला विकास प्रबंधक भी शामिल हैं. कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अयोध्या के कुमारगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विजेंदर सिंह और जिलाधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर इस तीन दिवसीय बैठक का शुभारंभ किया. इस तीन दिवसीय बैठक में लघु और सीमांत किसानों की आय को बढ़ाने के लिए मंथन किया जाएगा.
250 से अधिक किसान रजिस्टर्ड
मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि प्रदेश में अब तक 250 से अधिक किसान संगठन रजिस्टर्ड हो गए हैं. इनकी संख्या अभी और बढ़ाई जाएगी. जिससे छोटे किसान कम लागत में अपनी फसल उगा सकें. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में सरकार ने आत्मनिर्भर पैकेज लागू किया है. जिस पर नाबार्ड काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर पैकेज में नाबार्ड कृषि को विशेष अहमियत दे रहा है.
लघु और सीमांत किसानों को पहुंचाई जाएगी आर्थिक मदद
उद्घाटन सत्र में पहुंचे अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज झा ने कहा कि जिन लघु और सीमांत किसानों को लोन नहीं मिल पाता था. उनको वित्तीय सहायता पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. कृषि क्षेत्र में वित्तीय मदद बढ़ाने के लिए जो नई तकनीकी आ रही है, जैसे फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन उन के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. इन सब विषयों की लेकर नाबार्ड 3 दिन बैठक में मंथन करेगा.