अयोध्या:समाजवादी पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा श्री रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी को लेकर रोजाना एक नया बयान और नया विवाद खड़ा हो रहा है. इस पूरे प्रकरण को लेकर जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया तो उनके ट्वीट पर भी सोमवार को अयोध्या के प्रमुख संत पुजारी राजू दास ने सवाल खड़ा कर दिया. कहा कि क्या स्वामी प्रसाद मौर्य स्वयं धर्माचार्य है, जो भगवान राम पर अपना अनर्गल बयान देंगे.
राजू दास ने सवाल किया कि क्या डॉ. राम मनोहर लोहिया ने भगवान राम के अस्तित्व को स्वीकार नहीं किया, क्या महात्मा गांधी ने राम को देश से अलग किया, क्या डॉ भीमराव अंबेडकर ने अपने संविधान में भगवान श्री राम के चित्र को स्थान नहीं दिया. फिर स्वामी प्रसाद मौर्य कौन होते हैं, श्री रामचरितमानस और भगवान राम पर सवाल उठाने वाले.
अयोध्या के प्रमुख सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि धर्म ने हमेशा संतो की रक्षा की है. धर्म की रक्षा के लिए हमेशा संत आगे रहे हैं. चाहे उन्हें अपने प्राण ही क्यों न देने पड़े. आवश्यकता पड़ेगी तो हम अपने प्राण दे भी सकते हैं और स्वामी प्रसाद मौर्या के प्राण ले भी सकते हैं. अगर स्वामी प्रसाद मौर्या चुनौती दे रहे हैं तो हम यह चुनौती भी स्वीकार करते हैं. हम स्वामी प्रसाद मौर्या की हत्या भी कर सकते हैं और श्रीरामचरितमानस को जलाने वालों की हत्या करवा भी सकते हैं. धर्म की रक्षा के लिए अगर हमें अपने प्राण देने पड़े तो हम अपने प्राण भी दे सकते हैं.