अयोध्या: 30 नवंबर को भोर से आरंभ होकर पूरे दिन चलने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए रामनगरी की 13 जगहों की सीमाओं पर बैरियर लगाकर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है. कोविड-19 की चुनौती के बीच बाहर से भीड़ न पहुंचे, इसके लिए पड़ोसी जिलों से भी भीड़ अयोध्या की ओर न आने देने में मदद ली जा रही है.
जानकारी देते एसपी सिटी विजयपाल सिंह. अयोध्या की सीमाओं को सील कर दिया गया
कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेला को देखते हुए अयोध्या की सीमाओं को सील कर दिया गया है. एसपी सिटी व पुलिस मेलाधिकारी विजयपाल सिंह ने बताया कि बाहरी व्यक्तियों के अयोध्या प्रवेश पर रोक लगाई गई है. अयोध्या में 13 जगहों की सीमाओं पर बैरियर लगाकर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
केवल स्थानीय लोग करेंगे सरयू में स्नान
एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि स्थानीय लोग सरयू नदी में स्नान कर सकते हैं. आज रात्रि से कल सुबह तक पूर्णिमा स्नान में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. स्नान मेले को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर अयोध्या में अतिरिक्त सुरक्षा बल को तैनात किया गया है.
एटीएस कमांडो की भी की गई तैनाती
एटीएस कमांडो की भी की गई तैनाती प्रमुख धार्मिक स्थलों और घाटों पर की गई है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बाहरी व्यक्तियों के अयोध्या में प्रवेश पर रोक लगी है.
मेला क्षेत्र को 23 सेक्टर में बांटा गया
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा स्नान ब्रह्म मुहूर्त में आरंभ होगा, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु सरयू नदी में स्नानकर प्रमुख मन्दिरों में दर्शन-पूजन करेंगे. पूरे मेला क्षेत्र को लगभग 23 सेक्टर में बांटा गया है.
घाटों व मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में भोर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच सरयू नदी में स्नानकर प्रमुख मन्दिरों में दर्शन-पूजन करेंगे. एसपी सिटी के अनुसार सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं और श्रद्धालुओ की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है. घाटों व मंदिरो में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं और अयोध्या के प्रवेश मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान जारी है.
बता दें कि मेलाधिकारी वैभव शर्मा एवं पुलिस मेलाधिकारी एसपी सिटी विजयपाल सिंह के अनुश्रवण में मेला कार्य चल रहा है. मेला क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से ज्यादा मुख्य मार्गों एवं स्थानों पर आम श्रद्धालुओं के लिए पानी पीने के लिए टैंकरों की व्यवस्था की गई है. साथ ही मोबाइल शौचालय की भी व्यवस्था की गई है.
जिलाधिकारी एवं मेला प्रशासन ने इस व्यवस्था को मेला समाप्ति तक जारी रखने को कहा है. साथ ही यह भी कहा है कि जिन-जिन क्षेत्रों में प्रभारी अधिकारी एवं मजिस्ट्रेट तैनात हैं, वहां इन जन उपयोगी सेवाओं पर सतर्क नजर रखें और आम श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत हो तो उसको हल करने में मदद करें.