अयोध्या: डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति ने संबद्ध सभी महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन का समय से भुगतान करने के आदेश दिए हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसा न करने पर महाविद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
शिक्षकों और कर्मचारियों का दो माह का वेतन बकाया
अवध विश्वविद्यालय से सरकारी और निजी कुल मिलाकर 650 से अधिक महाविद्यालय संबंद्ध हैं. राष्ट्रीय आपदा कोरोना महामारी के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कई ऐसे महाविद्यालय हैं जो अपने कर्मचारियों का वेतन समय से निर्गत नहीं कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी से संबंध स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों का फरवरी और मार्च माह का वेतन उनके खाते में नहीं गया है.
विवि ने स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों को दो बार भेजा पत्र
इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन 31 मार्च और 6 अप्रैल को महाविद्यालयों को पत्र भेज चुका है. इसके बावजूद महाविद्यालयों ने अब तक अपने शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है. निर्देशों का पालन न होने पर विश्वविद्यालय प्रशासन अब सख्त हो गया है. विश्वविद्यालय ने महाविद्यालयों को कहा है कि अगर समय से कर्मचारियों और शिक्षकों का भुगतान नहीं किया गया तो राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के तहत विधिक कार्यवाई की जाएगी.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वीसी कर चुके हैं महाविद्यालयों से वार्ता
इससे पहले विश्वविद्यालय के कुलपति ने कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता और कर्मचारियों के बकाया वेतन समय से भुगतान करने के आदेश दिए थे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों को अपने कर्मचारियों और शिक्षकों के बकाया वेतन भुगतान की जानकारी वेबसाइट पर 11 अप्रैल तक अपलोड करने का निर्देश दिया था.
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जानकारी देने का आदेश
विश्वविद्यालय के उप कुलपति विनय कुमार सिंह का कहना है कि जिन महाविद्यालयों ने शिक्षकों, कर्मचारियों का बकाया वेतन भुगतान कर इसकी जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर दे दी है, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी. जिन्होंने अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है, उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.