अयोध्या: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से पहले रामचरितमानस और फिर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर की गई अमर्यादित टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ गया है. इसको लेकर अयोध्या के तपस्वी छावनी से जुड़े जगतगुरु परमहंस आचार्य ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रतीकात्मक रूप से स्वामी प्रसाद मौर्य की तस्वीर को हाथ में लेकर तलवार से उसका गला काट दिया. उसके बाद उसे जला दिया.
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा है कि अभी तो सिर्फ प्रतीकात्मक किया जा रहा है. अगर स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो साधु संत तलवार से उनका गला काट देंगे. आपको बता दें कि हनुमानगढ़ी के वरिष्ठ पुजारी राजू दास भी स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर कलम करने वाले को 21 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा कर चुके हैं. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर अयोध्या के संतों में नाराजगी लगातार बढ़ रही है.
दलित और पिछड़ों के साथ परमहंस ने फूंका पुतला
स्वामी प्रसाद मौर्य के कृत्य को गलत साबित करने के लिए जगतगुरु परमहंस आचार्य ने दलित और पिछड़े समुदाय के लोगों को भी अपने आश्रम पर इकट्ठा किया. उनकी मौजूदगी में उनका साथ लेकर आचार्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला जलाया. महिलाओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विरोध में नारे लगाए. परमहंस दास ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य मुसलमान के पुत्र हैं. अभी प्रतीकात्मक रूप से स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर कलम किया गया है. अगर उनकी जबान पर लगाम नहीं लगी तो फिर सही में कर देंगे. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को राजनीतिक स्टंट करार देते हुए कहा कि राजनीति जनता के हित के लिए होनी चाहिए, जहर उगलने के लिए नहीं. जगतगुरु परमहंस ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमने स्वामी प्रसाद मौर्य की तस्वीर को दहन किया है.