अयोध्या:रामनगरी में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. भगवान श्रीराम के जन्म की घड़ी मध्यान्ह बेला करीब आते ही अयोध्या के मंदिरों में जन्मोत्सव की बधाइयां गूंजने लगी हैं. कोरोना काल में श्रद्धालुओं के अभाव के बावजूद मंदिरों में संत और महंत राम जन्मोत्सव को हर्षोल्लास के बीच मनाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं.
कोरोना के बीच अयोध्या में यूं मन रही रामनवमी
कोरोना महामारी के बीच अयोध्या में इस बार रामनवमी का पर्व बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है. मंदिरों में महंत और पुजारी बधाइयां गीत गाकर भगवान राम का जन्मोत्सव मना रहे हैं. इस बार अयोध्या में लगने वाले रामनवमी मेले को स्थगित कर दिया गया है.
चारों भाइयों ने पहना स्वर्ण मुकुट
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर राम जन्मोत्सव की तैयारी है. राम के भाइयों का भव्य श्रृंगार कर उन्हें स्वर्ण मुकुट धारण कराया गया है. हैदराबाद के शरद बाबू (अनुराधा टिंबर) द्वारा लकड़ी से बनाया श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर ( 8 फीट लम्बा, 5 फीट चौड़ा व 3 फीट ऊंचा) मॉडल परिसर में स्थापित किया गया है. साथ ही प्रभात मूर्ति कला केंद्र ग्वालियर से बनकर आई प्रभु श्रीराम की 7 फीट ऊंची प्रतिमा भी परिसर में स्थापित की गई है.
चौखट से लेकर गर्भगृह तक फूलों से सजाया गया
मंदिरों में भव्य सजावट की गई है. मंदिर की चौखट से लेकर गर्भगृह तक फूलों से सजाया गया है. इस बीच प्रकृति ने भी भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की आहट पाकर अयोध्या पर अपनी कृपा बरसानी शुरू कर दी है. कई दिनों से हो रही तेज धूप शांत हो गई है. मंद सुगंधित हवाएं अयोध्या की फिजाओं में बहने लगी हैं.