अयोध्या:पिछले दो साल से जनपद में छोटी दीपावली के दिन मनाया जा रहा दीपोत्सव इस बार और भी भव्य होगा. सरयू तट पर स्थित राम की पैड़ी का सौंदर्यीकरण योगी सरकारी के विकास योजनाओं में प्रमुख है. आयोध्या में इस स्थल को आकर्षण का केंद्र बनाने की कार्य का जोरों है. इस बार दीपोत्सव देखने अयोध्या आने वाले पर्यटकों के लिए रामनगरी के प्रवेश द्वार पर स्थित यह स्थल आकर्षण का केंद्र होगा.
राम की पैड़ी के दिन बहुरने वाले हैं. अयोध्या में मनाया जाएगा तीसरा दीपोत्सव
राम की पैड़ी का विकास योगी सरकार के 133 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं में शामिल है. मां सरयू नदी के तट पर स्थित इस मनोरम स्थल से सरयू नदी का जो नजारा देखने को मिलता है उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. शायद इसी के चलते राम की पैड़ी को अद्भुत सौंदर्य देने की कवायद की जा रही है. अयोध्या में इस बार तीसरा दीपोत्सव मनाया जाएगा. जिसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. अयोध्या में त्रेतायुग के दृश्य जीवंत करने के लिए दीवारों और बिल्डिंगों पर पेंटिंग की जाएगी. पिछले दो बार की तरह इस बार भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में तमाम कलाकार शामिल होते हैं.
पिछले बार अयोध्या में राम की पैड़ी पर एक साथ 3,01,152 दीये जलाए गए थे. आयोध्या के नाम यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. वहीं इस बार के दीपोत्सव में इससे भी अधिक दीप जलाने की बात कही जा रही है.
बदल जाएगी दीपोत्सव तक रामनगरी की तस्वीर
अयोध्या में विकास की मौजूदा स्थिति पर गौर करें तो 26 अक्टूबर को प्रस्तावित दीपोत्सव तक रामनगरी की तस्वीर बदल जाएगी. छोटी दीपावली से पहले राम की पैड़ी के सौंदर्यीकरण भजनसंध्या स्थल एवं रामकथा पार्क के नवीनीकरण का कार्य पूरा किया जाना है. करीब तीन दशक पहले राम की पैड़ी का उद्घाटन किया गया था. जिसके बाद यह स्थल राम नगरी के पर्यटन विकास का परिचायक बना. हालांकि बीच कुछ वर्षों में इस स्थल की उपेक्षा भी हुई. जिसके चलते वाटर चैनल में आए दिन जमा होने वाली शिल्ट जमने लगी. देख-रेख के अभाव और बंदरों के उत्पात भी इस स्थल की सौंदर्य में बाधक रहा.
शुरू किया गया पैड़ी की रिमोल्डिंग का काम
राम की पैड़ी में जल की उपलब्धता के लिए वर्ष 2018 के दिसंबर महीने में पंप हाउस की क्षमता 40 क्यूसेक से बढ़ाकर 240 क्यूसेक की गई. इसके साथ ही पैड़ी की रिमोल्डिंग का काम शुरू किया. रिमोल्डिग के जरिए पैड़ी के वाटर चैनल की सतह ढालू बनाई जा रही है. इसके तहत दो पुलिया भी निर्माणाधीन है. मौके पर चल रहे ये सभी कार्य पूरे होने के बाद जब यहां दीपोत्सव मनाया जाएगा तो इस स्थल की भव्यता देखते ही बनेगी.