लखनऊ: अयोध्या में पांच अगस्त को पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखेंगे. पूरे अयोध्या में इस समय उत्सव का माहौल है और रामनगरी को पीले रंग में रंग दिया गया है. वहीं राम भक्त प्रणव मालवीय की ओर से अयोध्या में 3000 लाउडस्पीकर मुफ्त में लगवाए गए हैं. इसके माध्यम से अयोध्या में लोगों को राम भजन सुनाया जा रहा है.
राम भक्त ने लगवाए तीन हजार लाउडस्पीकर.
जिला प्रयागराज निवासी प्रणव मालवीय राम मंदिर निर्माण की आधारशिला का साक्षी बनने के लिए इन दिनों अयोध्या में हैं. वह अयोध्या में लाउडस्पीकर लगवा रहे हैं. इनके लगवाए गए लाउडस्पीकर से 24 घंटे लोगों को राम कथा सुनाई जा रही है. अयोध्या में चारों ओर भक्ति का माहौल है. ईटीवी भारत से बातचीत में आशा एंड कंपनी के मालिक प्रवीण मालवीय ने बताया कि सभी राम भक्त अपनी ओर से कुछ न कुछ कर रहे हैं. राम की कथा लोगों को सुनाने के लिए अयोध्या में 3000 लाउडस्पीकर लगवाए गए हैं.
प्रयागराज में हर वर्ष लगने वाले माघ मेले में भी आशा एंड कंपनी का ही लाउडस्पीकर लगता है. उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण लोग राम मंदिर निर्माण का उत्साह नहीं मना पा रहे हैं और न ही भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हो पा रहे हैं. बातचीत में उन्होंने बताया कि सीएम योगी आदित्यानाथ में अयोध्या में तीन दिन तक उत्सव मनाने की बात कही थी. इसके बाद अपना सहयोग देने के लिए यह काम किया.
14 किलोमीटर क्षेत्र में लगाए गए हैं लाउडस्पीकर
प्रणव ने बताया कि अयोध्या और फैजाबाद की चारों दिशाओं में 14 किलोमीटर की रोड में लाउडस्पीकर लगाए गए हैं, ताकि लोग राम कथा और राम भजन सुन सकें. साथ ही अपने घरों में रहकर भूमि पूजन कार्यक्रम को भी सुन सकें. उन्होंने बताया कि सुबह पांच बजे शहनाई से प्रारंभ किया गया है. इसके बाद राम रक्षा स्त्रोत, विष्णु स्तोत्र और राम भजन लगातार सुबह से लेकर रात 10 बजे रात लोगों को राम भजन सुनाया जा रहा है, जो कि दो दिन तक लगातार बजेगा.
अमेरिका में भी दिखेगा भूमि पूजन कार्यक्रम
मालवीय ने बताया कि अमेरिका में भी एक बड़ी स्क्रीन लगाई जा रही है. वहां रहने वाले राम भक्त भूमि पूजन कार्यक्रम देश सकेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण काफी कुछ मना किया गया है, जिस कारण लोग खुलकर अपनी खुशी जाहिर नहीं कर पा रहे हैं. अगर कोरोना काल न होता तो यहां पर ढोल मजीरा, हाथी, घोड़ा आदि के साथ बड़ा उत्सव मनाया जाता, जो सदियों तक लोगों के जेहन में रहता.
प्रवीण ने कहा कि भगवान राम कोरोना महामारी को दूर करेंगे. उन पर हमें विश्वास है और आस्था भी. इसी आस्था को लेकर इतना बड़ा आंदोलन अशोक सिंघल और रज्जू भैया ने किया था. उन्होंने कहा कि जब 1989 में आंदोलन शुरू हुआ था तो उसके कर्णधार पीएम नरेंद्र मोदी ही थे. यह बहुत बड़ा सौभाग्य है कि पीएम मोदी ने मंदिर निर्माण आंदोलन में हिस्सा लिया और उन्हीं के हाथों मंदिर निर्माण की आधारशिला भी रखी जाएगी.