अयोध्याःइस वर्ष होने वाले भगवान श्री राम विवाह महोत्सव बेहद खास रूप में मनाए जाने की तैयारी है. इस महोत्सव को लेकर अयोध्या में सैकड़ों मंदिरों को रंग-बिरंगे झालरों से दुल्हन की तरह सजाने की तैयारी शुरू हो गई है. वहीं 10 से अधिक मंदिरों में अयोध्या के प्रमुख मार्गों पर निकलने वाले राम बारात को लेकर भी बेहद खास स्वरूप में तैयारी की जा रही है.
वैसे तो अयोध्या के 10 से अधिक मंदिरों से प्रत्येक वक्त वर्ष राम बारात की परंपरा रही है, लेकिन इस वर्ष अयोध्या के दशरथ महल द्वारा श्री राम विवाह को और भी खास रूप दिया जा रहा है. राम बरात में शामिल होने के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे.
प्रशासन से अनुमति मांगी गई
दशरथ महल के महंत विंदुगद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य के मुताबिक इस बार राम बारात में हाथी घोड़ा पालकी के साथ श्री रामरथ तैयार किया जा रहा है. यह बारात अपने स्थान से निकलकर श्री रामजन्मभूमि तक जाएगी. उसके बाद पुनः अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच देर रात्रि माता जानकी और श्री राम का विवाह उत्सव संपन्न कराया जाएगा. हालांकि इसके लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई है.
विवाह पर विभिन्न कार्यक्रम
अयोध्या में होने वाले श्री राम विवाह महोत्सव की शुरूआत 12 दिसंबर से होगी. जिसमें पहले ही दिन से भगवान श्री रामकथा और रामलीला का आयोजन होगा. वहीं 17 दिसंबर को राम और माता जानकी के फुलवारी लीला का आयोजन किया जाएगा. 18 दिसंबर को भगवान श्रीराम को मेहंदी लगाए जाने के साथ संगीत संध्या का भी आयोजन किया जाएगा. इसके उपरांत 19 दिसंबर को विवाह महोत्सव के दौरान अयोध्या के मंदिरों से श्री राम बारात निकाली जाएगी जो की देर रात्रि विवाह महोत्सव संपन्न कराया जाएगा. वहीं 20 दिसंबर को श्री राम कलेवा पर छप्पन भोग के साथ इस महोत्सव का समापन होगा.
200 वर्षों से मनाया जा रहा श्री राम विवाह महोत्सव
दशरथ महल के महंत विंदुगद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य के मुताबिक दशरथ महल द्वारा करीब 200 वर्षों से श्री राम विवाह महोत्सव मनाया जा रहा है. 12 दिसंबर से शुरू हो रहे राम विवाह महोत्सव को लेकर तैयारियां की जा रही है.