अयोध्या:रामनगरी में दीपोत्सव 2022 कार्यक्रम की तैयारी (Preparation of Dopotsav in Ram Nagari Ayodhya) चल रही है. इस बार जिले में 14 लाख दीपक जलाकर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. यह पूरा आयोजन सिर्फ एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी नहीं बल्कि अयोध्या की संस्कृति परंपरा और दीपावली के पर्व के महत्त्व को चरितार्थ करता है. अयोध्या की पहचान विश्व पटल पर अंकित होती है. वहीं, अयोध्या के लोगों को इस आयोजन से एक बड़ा रोजगार भी मिलता है. दीपोत्सव कार्यक्रम में दीपक बनाने वाले गरीब कुम्हारों को इस आयोजन ने सभी को रोजी-रोटी का एक बड़ा जरिया दिया है.
योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल का यह छठा और उनके दूसरे कार्यकाल का यह पहला दीपोत्सव (Preparation of Dopotsav in Ram Nagari Ayodhya) है, पहले वर्ष 1,80,000 दीपकों को राम की पैड़ी पर एक साथ जलाने से दीपोत्सव की शुरआत हुई. प्रयास था कि पहले वर्ष में एक साथ सर्वाधिक दीपक जलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाए, लेकिन तकनीकी कारणों से यह रिकॉर्ड बनते-बनते रह गया, लेकिन इस असफलता से सीख लेकर अगले साल आयोजन समिति ने साल 2018 में 3,01,152 दीपक जलाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. उसके बाद एक सिलसिला शुरू हो गया, जिसके बाद हर साल में रिकॉर्ड बनते और टूटते गए जिसमें, 2019 में 5,50,000 दीपक, 2020 में 5,84,000 दीपक और 2021 में 7 लाख दीपक जलाए गए थे. अब 2022 में इससे कहीं अधिक 14,28,000 दीपक जलाने का बड़ा लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए कुल 16 लाख दीपक जलाए जाएंगे.
राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी, कई गरीब कुम्हारों के घर होंगे रोशन - डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय
23 अक्टूबर को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या (Ram Nagari Ayodhya) फिर एक ऐतिहासिक आयोजन के लिए तैयार हो रही है. दीपोत्सव 2022 कार्यक्रम को लेकर धर्म नगरी अयोध्या में जोर शोर से तैयारी (Preparation of Dopotsav in Ram Nagari Ayodhya) चल रही है.
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वॉलिंटियर्स की संख्या बढ़ाई:इतनी बड़ी संख्या में दीपकों के एक साथ जलाने के लिए 2021 में 11 हजार वालेंटियर्स लगाए गए थे. लेकिन इस बार संख्या दोगुनी होने के कारण इस बार 18 हजार वालेंटियर्स लगाए जाएंगे. इसमें छात्र-छात्राएं टीचर्स अवध विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय अन्य स्कूल-कॉलेज और संस्थाओं के लोग शामिल होंगे. दीपोत्सव के आयोजन का संयोजक राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर अजय प्रताप सिंह को बनाया गया है. इसके लिए बजट भी विश्वविद्यालय को ट्रांसफर कर दिया गया है. दीपों की सप्लाई के लिए टेंडर भी जारी किया जा रहा हैं. अयोध्या के विद्या कुंड चौराहे के पास स्थित गांव में दर्जन भर से अधिक कुम्हार परिवार दिन रात मेहनत कर दीपक बनाने में जुटे हुए हैं. दीपक बनाने का काम सभी परिवारों को बराबर बांटा गया है. इन सभी को उम्मीद है, कि दीपोत्सव के इस आयोजन के जरिए इनके घर भी दीपावली की खुशियों से रोशन होंगे.