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अयोध्या: दुष्कर्म के केस में कारवाई के बदले पुलिस ने की ये शर्मनाक मांग

यूपी के अयोध्या जिले से शर्मनाक घटना सामने आई है. दबंगों ने घर में घुसकर महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी. पीड़िता के परिजनों ने बताया कि घटना के 4 महीने बाद भी पुलिस ने मामले में केस दर्ज नहीं किया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस मुकदमा दर्ज करने के लिए रिश्वत मांग रही है.

थाना खण्डासा.
थाना खण्डासा.

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Published : Nov 4, 2020, 10:28 PM IST

अयोध्या: दबंग पड़ोसी ने महिला के घर में घुसकर दुष्कर्म की कोशिश की थी. मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को होने के बावजूद पीड़ित परिवार करीब 4 महीनों से न्याय के लिए भटक रहा है. पुलिस बेशर्म बनकर गरीब परिवार से कार्रवाई के बदले रिश्वत की मांग कर रही है. कोर्ट के आदेश के बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन अभियुक्तों के विरुद्ध निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की जा रही.

4 महीने पहले हुई थी महिला के साथ ज्यादती
मामला अयोध्या के खंडासा थाना क्षेत्र का है. क्षेत्र के गांव में 10 जुलाई को दबंग पड़ोसी नियम महिला के घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी. महिला के चीखने की आवाज सुनकर पहुंचे परिजनों ने उसकी अस्मत बचाई. शोरगुल की आवाज सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दी. उन्होंने मामले में पुलिस से शिकायत न करने का दबाव भी बनाया.

पुलिस ने नहीं दर्ज की थी FIR
मामले में पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस से मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया तो पुलिस ने पीड़ित परिवार पर ही कार्रवाई करने की बात कह डाली. पीड़िता के ससुर का कहना है कि स्थानीय पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं थी. ऐसे में उन्होंने न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई. रात में पीड़ित पक्ष को सुनने के बाद 8 अक्टूबर को मामला दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया गया. आरोप है कि पीड़िता जब कोर्ट के आदेश की कॉपी लेकर थाने में मुकदमा दर्ज कराने पहुंची तो पुलिस ने आनाकानी की.

कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज
मामले में कोर्ट ने 8 अक्टूबर को आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना का आदेश दिया. मामले में 3 नवंबर को एफआईआर दर्ज की गई. आरोप है कि मामले में विवेचना के नाम पर रिश्वत की मांग की जा रही है.

पुलिस पर रिश्वत मांगने का लगाया आरोप
पीड़िता के ससुर ने आरोप लगाया है कि पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज करने के बदले 2 हजार रुपए की मांग की जा रही है. आर्थिक तंगी से जूझ रहा गरीब परिवार यह रकम पुलिस को नहीं दे पा रहा है. जैसे-तैसे धान बेचकर 1 हजार की रिश्वत पुलिस को दी जा चुकी है. पीड़ित का आरोप है कि रिश्वत देने के बावजूद अब तक मामले में संतोषजनक निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई.

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