अयोध्या: राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तैयारियां पूरी हो गई हैं. ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अतिथियों की सूची फाइनल कर भेज दी है. 32 सेकेंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने हाथों भगवान राम की जन्मस्थली पर राम मंदिर की आधारशिला रख कर इतिहास रचेंगे. राम मंदिर भूमि पूजन के भव्य अनुष्ठान में भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर आंदोलन से जुड़े वरिष्ठ लोग आरएसएस समेत कई दिग्गज मौजूद रहेंगे. भगवान राम की जन्मस्थली पर भव्य राम मंदिर की शुरुआत और प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारी राम नगरी के प्रवेश द्वार से ही झलक रही है. हाईवे के जिस मार्ग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरेंगे वहां विभिन्न कलाकृतियों से सजावट की गई है.
राम मंदिर भूमि पूजन के दिन दिखेगी दीपोत्सव की झलक
पिछले दीपोत्सव के दिन सर्वाधिक दीये एक साथ जलाने के लिए अयोध्या का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था. एक बार फिर राम मंदिर की शुरुआत पर राम नगरी में दीपोत्सव की झलक देखने को मिलेगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों और अयोध्या के संतों महंतों ने सभी प्रमुख स्थलों पर राम मंदिर निर्माण की शुरुआत के अवसर पर दीप जलाने का निर्णय लिया है. राम नगरी के हनुमानगढ़ी, दशरथ महल, कनक भवन, सीता रसोई, रंग महल, छोटी देवकाली, बड़ी देवकाली समेत अयोध्या के प्रमुख मठ मंदिरों में 2 दिन दीए जलाए जाएंगे. दीपोत्सव का कार्यक्रम 4 और 5 अगस्त को आयोजित किया जाएगा.
ट्रस्ट ने भूमि पूजन में शामिल होने वाले लोगों की सूची PMO को भेजी
राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर तैयारी पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय को अनुष्ठान में शामिल होने वाले मेहमानों की सूची भेज दी गई है. हालांकि ट्रस्ट ने सदस्यों की संख्या नहीं बताई है, लेकिन कहा है कि कोरोना काल के चलते अनुष्ठान में सीमित संख्या में लोगों को शामिल किया जाएगा. 5 अगस्त को भारत में रहने वाला हिंदू समाज त्योहार के रूप में मनाएगा.
राम मंदिर भूमि पूजन में 200 लोगों के नाम पर बनी सहमति
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर भूमि पूजन में आमंत्रित करने के लिए 268 लोगों की सूची बनाई थी, लेकिन करीब 200 लोगों के नाम पर सहमति बनी है. इसमें 50-50 लोगों के ब्लॉक निर्धारित किए गए हैं. जिसमें से एक ब्लॉक देश के बड़े साधु संतों और महंतों का होगा. वहीं दूसरा ब्लॉक बड़े नेताओं को होगा जो राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं. इनमें सरसंघचालक मोहन भागवत, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और विनय कटियार जैसे लोग शामिल होंगे. साथ ही कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं. एक ब्लॉक उद्योगपतियों अधिकारियों और दूसरे गणमान्य लोगों का भी होगा.