अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन जन्मस्थली अयोध्या को एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रदर्शित करने के लिए केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. करोड़ों की विकास योजनाओं का पुलिंदा अयोध्या के नाम पर जारी किया गया है. जमीनी तौर पर कई बड़ी योजनाओं पर काम भी हो रहा है, लेकिन इस प्राचीन नगरी के ऐतिहासिक पौराणिक इलाकों में बिजली-पानी, साफ-सफाई समेत सड़क की व्यवस्था इतनी बदतर है कि स्थानीय लोगों का जीना मुहाल है.
मंदिर के महंत ने दी जानकारी
इलाके के रहने वाले महंत रामेश्वर दास बताते हैं कि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे बसे स्वर्ग द्वार मोहल्ले का जिक्र इस प्राचीन नगरी के ऐतिहासिक ग्रंथों में भी है. इस पूरे इलाके में नागेश्वरनाथ महादेव के प्राचीन मंदिर के अलावा कई बड़े ऐतिहासिक धार्मिक स्थल हैं, लेकिन इस पूरे इलाके में यातायात व्यवस्था के लिए बनाई गई सड़कों की हालत बेहद खस्ता हाल है. जगह-जगह पर सीवर लाइन बिछाने के लिए गड्ढे तो खोद दिए गए, लेकिन कार्यदायी संस्था के भ्रष्ट अधिकारियों ने आधे अधूरे काम को छोड़ दिया. सड़कों की हालत खस्ताहाल है. जगह-जगह सीवर के मेनहोल खुले हुए हैं. ऐसी स्थिति में इस इलाके में साफ-सफाई भी नहीं हो पा रही है. इलाके की जनता बेहद परेशान है.