अयोध्या :इन दिनों अयोध्या की खूबसूरती को निहारने के लिए पर्यटक रामनगरी (Ram Mandir in Ayodhya) पहुंच रहे हैं. जिसमें, देशी, विदेशी व लोकल पर्यटक शामिल हैं. जो दूर दराज के साथ आसपास के जनपदों से भी रामनगरी आ रहे हैं. जो अयोध्या के सड़क व रास्ते तेजी से भूल रहे हैं. इस बात को जान करके हर कोई हैरान है, लेकिन हैरान होने की जरूरत नहीं है. दरअसल, यह सच्चाई है. इन दिनों पहले से अयोध्या आने वाले हर व्यक्ति अयोध्या के रास्ते सड़क व गलियों को लेकर कंफ्यूज है. आखिर क्या है इस कंफ्यूजन की वजह जानने के लिए पढ़िए हमारी यह रिपोर्ट...
अयोध्या में दिख रहा अलग नजारा : जी हां! सही पढ़ा आपने. अयोध्या आने वालों को अब पुरानी जगहों को पहचानने में दिक्कत हो रही है. जो लोग अयोध्या में लगभग तीन से अधिक साल बाद आए हैं वह लोग गालियों को भूल जा रहे हैं. दरअसल, अयोध्या धाम स्टेशन से लेकर चौक और चौक से लेकर नया घाट तक. चौक से लेकर बस अड्डा तक. सब कुछ नया नजर आ रहा है. सड़कों को पहचानना मुश्किल हो रहा है, जो यहां पर अयोध्या को देखने कई साल बाद आए हैं वह लोग गलियों में पूछकर जा रहे हैं. साइन बोर्ड खोज रहे हैं. दुकानों और राहगीरों से पूछ रहे हैं. आज अयोध्या की तस्वीर ही बदल गई है. पहचान में सिर्फ यही आ रहा है कि त्रेतायुग सी अयोध्या और आधुनिक नगर अब अपनी प्रगति पर है. टीम ने जब कुछ लोगों से अयोध्या के विकास पर चर्चा की तो अधिकतर लोगों ने बताया कि हम रास्तों को भूल जा रहे हैं.
अयोध्या धाम से नया घाट की ओर :हम जब अयोध्या धाम स्टेशन पहुंचे तो पहले वही बदला हुआ नजर आया. इसके बाद हम आगे बढ़े तो सीधा रास्ता हनुमान गढ़ी की ओर पकड़ा. यहां एक ही रंग में रंगी दुकानों को देखकर हमने आस पास के दुकानदारों से बात की. चूड़ी बेच रहे रमन कुमार ने बताया, विकास का काम अयोध्या में दिखाई पड़ रहा है. आज जो डबल लेन की सड़क दिख रही है पहले वह सिंगल लेन में ही थी. दोनों तरफ से दुकानों और मकानों को हटाकर सड़कों का विस्तार किया गया है. इसके बाद यहां पर दोबारा से दुकानों का निर्माण हुआ है. बहुत सी दुकानों के हटने और बनने से रास्तों को पहचानना मुश्किल लग रहा है.
पुरानी दुकानों के बाद बनीं नई दुकानें : हनुमान गढ़ी नया घाट जाने के रास्ते पर ही पड़ता है. यहां पर पहले एक पतली गली हुआ करती थी. मोबाइल की दुकान चला रहे दुर्गेश बताते हैं, हनुमान गढ़ी की गली में दोनों तरफ से स्थान लिया गया है. पहले तो यह गली बहुत पतली थी. लोगों को यहां से गुजरने में दिक्कत भी होती थी. आज लगभग सारे रास्ते बदल चुके हैं. आपको पुरानी दुकानों की जगह नई दुकानें मिलेंगी. पतली गली की जगह चौड़ी गलियां मिलेंगी. यह समझ लीजिए कि हनुमान गढ़ी में लगने वाली दुकानों के दिन भी अच्छे आ गए हैं. दुर्गेश ने ये भी बताया कि यह रास्ता सीधा हनुमान गढ़ी तक लेकर जाता है. पक्की रोड और अधिक स्पेस होने से लोगों को अब दिक्कत नहीं होती है.
नया घाट से चौक तक का रास्ता और गालियां :नया घाट से गुलाब बाड़ी जाने के लिए टैक्सी ली. यहां से हम गुलाब बाड़ी पहुंचे. यहां एक राहगीर से पूछा कि गुलाब बाड़ी किधर पड़ेगा. उसने बिना कुछ और पूछे कहा कि, बहुत से लोग गुलाब बाड़ी जाने के रास्ते को भूल चुके हैं. हुआ ये है कि अयोध्या की मुख्य सड़कों का चौड़ीकरण और विस्तार हो गया है. बीच में पड़ने वाले पुल भी नए रूप में बना दिए गए हैं. एक पुल सहाबगंज में पड़ता है. उसने ये भी कहा कि, सड़कों को जब बढ़ाया गया तो गलियों को पहचानने में दिक्कत आने लगी है. इसकी एक ही वजह है कि दुकानों को हटाया और नया बनाया गया है. ऐसा ही आपको पूरा गुदड़ी बाजार और उसके आगे भी देखने को मिलेगा. इसको राम पथ नाम दिया गया है.