अयोध्या:राम नगरी पहुंचे पाकिस्तानी पत्रकार और आलोचक तारिक फतेह ने कहा है कि अयोध्या विवाद अब समाप्त हो गया है. उन्होंने कहा कि किसी की जमीन पर आकर मस्जिद बना लेना कहां तक सही है. अब शैतान का काम समाप्त हो गया है. वहीं उन्हों ने धर्म के नाम पर बने विश्वविद्यालय को सरकार के अधिग्रहण की आवश्यकता बताई है. तारिक ने कहा है कि जामिया विश्वविद्यालय धर्म के नाम पर बना है, उसे सरकार को टेकओवर करना चाहिए.
अयोध्या पहुंचे तारिक फतेह. - पाकिस्तानी पत्रकार तारिक 'श्रीराम: वैश्विक सुशासन के प्रणेता' विषय आयोजित एक कार्यक्रम में अवध विश्विद्यालय में पहुंचे थे.
- कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह रात्रि में यहां रूके थे.
- मीडिया से बातचीत के दौरान तारिक ने धर्म के नाम पर बने विश्वविद्यालय पर कड़ा प्रहार किया.
- उन्होंने कहा कि जामिया विश्वविद्यालय का मतलब है यूनिवर्सिटी आफ द इस्लामिक नेशन है, हम 70 साल से उसे बर्दाश्त कर रहे हैं.
अयोध्या विवाद पैदा करना शैतान का काम
तारिक फतेह ने कहा कि कल लोग यह भी कह सकते हैं कि बाबर को किसी ने बरगला दिया और वह मस्जिद बना गया. हमें देश को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह एक शैतान था, जिसका काम अब समाप्त हो गया है और समय के साथ सारी समस्याएं हल हो जाती हैं.
लाहौर, कसूर थी लव और कुश की नगरी
तारिक फतेह ने पाकिस्तान को लेकर भगवान राम के पुत्र लव-कुश से सम्बंधित बड़ा बयान दिया है. तारिक फतेह का कहना है कि पाकिस्तान का लाहौर और कसूर भगवान श्री राम के पुत्र लव और कुश की नगरी थी, जिसे हमने छोड़ रखी है. यही नहीं ननकाना साहब को भी हिंदुस्तान ने छोड़ रखा है. तारिक फ़तेह ने सवाल करते हुए कहा कि जब राष्ट्रीय गीत में पंजाब सिंध का नाम लिया जाता है तो उसे क्यों छोड़ा गया है.
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दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए महिलाओं का मुद्दा नहीं
मुस्लिम स्कालर तारिक फतेह ने बिना नाम लिए बिना पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि फिल्मों के नाचने वाले एक्टर से अलग हटकर गब्बर सिंह की तरह कार्य करना होगा. सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे महिलाओं के प्रदर्शन को खत्म करने के लिए कड़े कदम को उठाना होगा. वहीं मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं द्वारा सीएए के विरोध पर तारिक फतेह ने कहा कि यह उनका मुद्दा नहीं है. वहां महिलाओं के लिए प्रमुख मुद्दा अपने पतियों को दूसरी शादी करने से रोकना है. शाहीन बाग की महिलाओं को यूनिवर्सल कोड, ट्रिपल तलाक और हलाला के खिलाफ लड़ना चाहिए.