अयोध्या:जिले के ग्रामीण क्षेत्र इनायत नगर के बारुन बाजार चौकी अंतर्गत खिहारन गांव से एसटीएफ ने सलीम उर्फ कमरुद्दीन को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि गांव के एक मदरसे में बच्चों को तालीम देने वाले सलीम ने अपना नाम बदलकर कमरुद्दीन रखा और पाकिस्तान के लोगों के संपर्क में था. एसटीएफ के निरीक्षक ज्ञानेंद्र राय की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
पूछने पर सही नाम और पता नहीं बताता था सलीम
गांव में मौलाना हिदायतुल्लाह कादरी के संरक्षण में चल रहे एक मदरसे में कमरुद्दीन के नाम से पढ़ाने वाले युवक की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर गांव के लोगों को पहले से ही शक था. युवक मदरसे में 2 महीने पहले ही आया था, लेकिन युवक ने अपना सही नाम और पता लोगों को नहीं बताया. हर बार पूछने पर वह अपनी पहचान अलग-अलग बताता रहा. उस पर शक होने पर गांव के लोगों में भी चर्चा होती रही. यही वजह है कि मामला एसटीएफ तक पहुंच गया.
मदरसे से गिरफ्तार सलीम के पास से बरामद हुई नेपाली पासपोर्ट
यूपी एसटीएफ ने सोमवार को अयोध्या में एक मदरसे में रह रहे संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया था. आरोपी युवक अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था. उसके कब्जे से कूटरचित दस्तावेजों के जरिये बनवाया गया आधार कार्ड और नेपाली पासपोर्ट की छायाप्रति बरामद हुई थी.
सलीम के पास से मिला है मिला फर्जी आधार कार्ड
सोमवार को एसटीएफ द्वारा पकड़े गए युवक सलीम उर्फ कमरूद्दीन के पास से फर्जी आधार कार्ड नेपाली पासपोर्ट और कुछ अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. सूत्रों का दावा है यह युवक कई बार विदेश यात्राएं कर चुका था और इसके व्हाट्सएप अकाउंट पर पाकिस्तान के कई नंबर जुड़े हुए थे. इसके अलावा 2 महीने के अंदर ही इसने गांव के कई युवकों से बेहद गहरे ताल्लुकात बना लिए थे, जिसकी वजह से पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी इस युवक के बारे में इलाके के लोग सही जानकारी नहीं दे रहे हैं.
फिलहाल गांव के लोगों को अब इंतजार है कि आरोपी के बारे में एसटीएफ सही जानकारी दे सकती है, जिससे यह पता चल सके कि आखिरकार यह युवक अपनी पहचान छुपा कर गांव के मदरसे में क्यों रहता था. इसके संपर्क कैसे-कैसे लोगों से थे और इसका मकसद क्या था. फिलहाल युवक की गिरफ्तारी के बाद गांव के लोग सकते में हैं.