अयोध्याः बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि फैसला हिंदुओं के पक्ष में आएगा या मुस्लिमों के पक्ष में आएगा यह तो कोर्ट का काम है. इकबाल अंसारी ने मोहसिन रजा का समर्थन करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि, इस तरह के लोग सिर्फ युवाओं को गुमराह करते हैं और व्यक्तिगत राजनीति करते हैं.
राजनीति कर रहा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्डः इकबाल अंसारी - ayodhya live
बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने राज्य मंत्री मोहसिन रजा का समर्थन करते हुए, ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैठक को राजनीति करार दिया है, उन्होंने कहा कि कुछ लोग चर्चा में बने रहने के लिए इस तरह का काम करते हैं.
दरअसल, राजधानी लखनऊ में आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में जफरयाब जिलानी समेत तमाम सदस्य और वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य ट्रिपल तलाक और राम जन्मभूमि मसले पर बात करने के लिए रखा गया था. बैठक के दौरान उन्होंने कहा की राम मंदिर पर निश्चित तौर पर मुस्लिमों के पक्ष में फैसला आएगा ऐसा हम मानते हैं.
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बोर्ड ने कहा कि समान नागरिक संहिता न सिर्फ मुसलमानों के लिए बल्कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों तथा अनेक अन्य समुदाय के लिए बड़ी दिक्कतें पैदा करेगी. वहीं वही ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड का विरोध करते हुए प्रदेश राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि यह छोटी-छोटी मुस्लिम संस्थाएं देश के युवकों को भड़काने का काम करती हैं. साथ ही उन्होंने पर्सनल लॉ बोर्ड को फॉरेन फंडिंग नाम देकर घेरा.
इन्हीं बातों के मद्देनजर मोहसिन रजा का समर्थन करते हुए इकबाल अंसारी ने कहा कि ये लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस तरह बैठके करते हैं. ऐसी बैठकों की कोई जरुरत नही हैं, सरकार अपना काम कर रही है. जो कानून पास होता है उसका समर्थन करना चाहिए. यदि उस कानून से कोई समस्या आती है तो ज्ञापन देना चाहिए. देश की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार अच्छा काम कर रही है.
इकबाल अंसारी ने कहा कि तलाक का मसला राजनीति करने के लिए नहीं है. तलाक कहीं लाखों में हजारों में एक सुनाई देता है. तलाक के कानून को लेकर इकबाल अंसारी ने कहा कि तलाक पर सिर्फ राजनीति हो रही है और कुछ भी नहीं, जबकि सरकार ने जो कानून लाया है वह मुस्लिमों के हित के लिए है. इसलिए हम चाहते हैं कि लोग सरकार के काम की सराहना करें और जब इससे कोई फायदा ना हो तब इसका विरोध करें.