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चुनाव लड़ने के लिए किसानों को मोहरा बनाकर राजनीति कर रहे हैं टिकैत बंधुः एमएस बिट्टा

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Published : Mar 22, 2021, 8:05 PM IST

दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर एमएस बिट्टा ने कहा कि राकेश व नरेश टिकैत के पिता स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत के सम्मान में मेरा सिर झुकता है, वे राष्ट्रभक्त थे. टिकैत भाइयों का मकसद आंदोलन करना नहीं है, इनका मकसद है किसानों के नाम पर पब्लिसिटी लेना और आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ना.

अयोध्या
अयोध्या

अयोध्याः ऑल इंडिया एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एमएस बिट्टा सोमवार को धार्मिक नगरी अयोध्या पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने अयोध्या के प्रमुख मठ-मंदिरों में दर्शन और पूजन किया. उसके बाद शाम को शहर के एक रिसॉर्ट में पत्रकारों से बातचीत की. बातचीत के दौरान एमएस बिट्टा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुले दिल से सराहना की. पत्रकारों से बातचीत करते हुए एमएस बिट्टा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश से आतंकवादियों का सफाया किया. वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश से माफिया राज को समाप्त करने का काम किया है.

एमएस बिट्टा पहुंचे अयोध्या
पंजाब में एमएस गिल की तरह योगीपत्रकारों से मुखातिब ऑल इंडिया एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एमएस बिट्टा ने पंजाब के पूर्व दिवंगत डीजीपी केपीएस गिल को याद करते हुए कहा कि जिस तरह से पंजाब में केपीएस गिल ठोंका करते थे, उसी तरह से उत्तर प्रदेश में माफिया ठोंके जा रहे हैं. यह साधु योगी का राज है. एमएस बिट्टा ने कहा कि मैं राष्ट्र के लिए जीता हूं और राष्ट्र के लिए मरता हूं. धार्मिक नगरी अयोध्या पहुंचे एमएस बिट्टा ने कहा कि यहां मैं एक धर्मशाला बनाऊंगा, इसका संकल्प लिया गया है.

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एमएस बिट्टा ने उठाया सवाल- तिरंगे का अपमान करने वाले कैसे किसान नेता
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर एमएस बिट्टा ने कहा कि राकेश व नरेश टिकैत के पिता स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत के सम्मान में मेरा सिर झुकता है वे राष्ट्रभक्त थे. टिकैत भाइयों का मकसद अलग है. वह आंदोलन नहीं करना चाहते बल्कि आंदोलन के नाम पर पब्लिसिटी लेना चाहते हैं. उन्हें आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ना है. उन्होंने कहा कि क्या तिरंगे के अपमान पर टिकैत भाइयों ने माफी मांगी. जब तिरंगे का अपमान हुआ तो कैसा किसान आंदोलन. हम भी किसानों के साथ हैं लेकिन टिकैत भाइयों की तरह नहीं. तिरंगे का अपमान होगा तो हम चुप नहीं रहेंगे. इसके खिलाफ आवाज जरूर उठेगी.

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