अयोध्या: राम नगरी में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से सन्नाटा पसरा हुआ है. इसके कारण अब तक कई आयोजनों को रद्द किया जा चुका है. अयोध्या का प्रमुख राम जन्मोत्सव श्रद्धालुओं की भीड़ से पूरी तरह मुक्त रहा, लेकिन अब सीता माता के जन्मोत्सव पर कोरोना का साया मंडरा रहा है. प्रत्येक वर्ष वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मां सीता का जन्मोत्सव मनाया जाता है. इस दिन नगर में शोभायात्रा निकालने के बाद बड़े स्तर पर भंडारे का आयोजन भी किया जाता है.
सिद्ध पीठ छोटी देवकाली मंदिर की अयोध्या में विशेष मान्यता है. यहां बड़ी देवकाली भगवान राम की कुल देवी मानी जाती हैं. वहीं छोटी देवकाली मां सीता की कुलदेवी हैं. मान्यता है कि जब मां जानकी भगवान राम के साथ जनकपुर से ब्याह कर आईं, तो वह अपने साथ जनकपुर की कुलदेवी छोटी देवकाली का विग्रह अपने साथ लाईं थीं.
84 वर्ष बाद शोभायात्रा का टूटेगा क्रम
श्री छोटी देवकाली समाज ट्रस्ट 84 वर्षों से लगातार बड़े स्तर पर सीता जन्मोत्सव मनाता रहा है. इस बार कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद अब ट्रस्ट ने इस उत्सव को सीमित कर दिया है. 84 वर्षों से हर वर्ष निकल रही मां सीता के जन्मोत्सव पर शोभायात्रा इस बार नहीं निकलेगी और मंदिर में सामान्य रूप से इस आयोजन को किया जाएगा. आम जनमानस को आयोजन में शामिल होने की अनुमति नहीं रहेगी.
2 मई को निकलनी थी शोभायात्रा
अयोध्या में छोटी देवकाली मंदिर से 2 मई को शोभायात्रा निकाली जानी थी. श्री छोटी देवकाली समाज ट्रस्ट इस बार यह शोभायात्रा न निकालने का निर्णय किया है. इससे पहले 1 मई को सीता जन्म उत्सव मनाया जाना है. इस दिन सामान्य रूप से मंदिर में पूजा पाठ और अनुष्ठान किया जाएगा. आयोजन को भीड़ से पूरी तरह मुक्त रखने का निर्णय लिया गया है.