अयोध्या:मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को नवनिर्मित आयुक्त सभागार में मण्डलीय विकास कार्यो की समीक्षा की गई. इस दौरान मण्डलायुक्त ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में 10 माह व्यतीत हो चुके है. विभागों के लक्ष्य एवं वित्तीय स्वीकृतियां भी प्राप्त हो गयी हैं. उसके अनुरूप सम्बंधित अधिकारी अपने-अपने विभागीय कार्यो को गुणवत्ता बनाये रखते हुये समय से पूरा करें.
मंडल में छोटी-बड़ी 285 सड़कों का हो रहा है निर्माण
मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में छोटी बड़ी 285 सड़कें हैं. उसमें से अधिकांश को पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं. सेतु निगम के कुल छोटे-बड़े 37 पुल हैं, उसमें से भी एक दर्जन से ज्यादा पुलों को जो बनने के अंतिम समय में हैं, उनको पूरा करने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री आवास, प्रधानमंत्री आवास, आंगनबाड़ी केन्द्रों, सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिये गये हैं. मण्डलायुक्त ने इस बैठक में गहरी एवं मध्यम बोरिंग को मानक के अनुसार स्थापित करने के निर्देश दिये. किसान सम्बंधित एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सम्बंधी कार्यो में तेजी लाने तथा सभी ब्लाक मुख्यालयों पर बीमा कम्पनी के कार्यालय खोलने, उनके बीमा दावा को जिला स्तर पर निस्तारण करने हेतु बिन्दुओं पर शासन का ध्यान आकृष्ट करने के भी मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए.
'सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के पात्रों को मिले शत-प्रतिशत लाभ'
मण्डलायुक्त ने अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा गोल्डेन कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्यो में ज्यादा से ज्यादा गति बढ़ाते हुये पूरा करने के निर्देश दिये. मण्डलायुक्त ने कहा अभी तक इस पर मात्र 35 प्रतिशत कार्य ही हुआ है जबकि इसमें 100 प्रतिशत कार्य हो जाना चाहिए. सीजेरियन ऑपरेशन करने वाले चिकित्सकों को रोस्टर के अनुसार ड्युटी लगाने, निराश्रित गौवंश की देखरेख करने, भूसा आदि उपलब्ध कराने के भी निर्देश मण्डलायुक्त ने दिए.
अयोध्या: मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल ने की विकास कार्यो की समीक्षा, दिए निर्देश
मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक की गई. इसमें मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में छोटी-बड़ी 285 सड़कें हैं उसमें से अधिकांश को पूरा करने के निर्देश दिये हैं. सेतु निगम के कुल छोटे-बड़े 37 पुल हैं उसमें से भी एक दर्जन से ज्यादा पुलों को जो अंतिम समय में है. उनको पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
दुग्ध उत्पादन को लेकर बनाई जायेगी नई नीति
मण्डलायुक्त ने दुग्ध विकास के कार्यो के समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने पाया कि मानक के अनुसार समितियां पंजीकृत हैं परन्तु दुग्ध का उठान पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए यह व्यवस्था की जाए कि जो भी दुग्ध समितियां सक्रिय हैं उनको निर्धारित मार्ग पर और सक्रिय किया जाय. साथ ही जो निष्क्रिय समितियां हैं उनको नियमानुसार समाप्त करने की कार्रवाई की जाए. साथ ही अन्य नईं समितियों का गठन किया जाय. इस पर जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि पराग दुग्ध सेन्टर पर दुग्ध अवशीतन(चिल्ड) के अनेक उपकरण विगत कई वर्षो से बेकार पड़े हुये हैं. उनका आवश्यकतानुसार संयोजन कर दुग्ध कलेक्शन आदि में प्रयोग किया जाय.
मंडल के पांच जिलों के डीएम रहे मौजूद
बैठक में जिलाधिकारी बाराबंकी डॉ आदर्श सिंह, जिलाधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा, जिलाधिकारी सुल्तानपुर रवीश गुप्ता, जिलाधिकारी अमेठी अरूण कुमार, जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर राजेश कुमार मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या प्रथमेश कुमार सहित अन्य जनपदों के मुख्य विकास अधिकारीगण, मण्डल के मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे.