अयोध्या: ईटीवी भारत से बातचीत में रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बाबरी मामले के पैरोकार हाजी महबूब पर जमकर निशाना साधा. सत्येंद्र दास ने आरोप लगाते हुए कहा कि बाबरी ढांचे के नाम पर हाजी महबूब विदेशियों से पैसा लेकर चंदा इकट्ठा करते हैं. हाजी महबूबने इसके लिए एकाउंट खुलवाए हैं. वह इस बात को खुद स्वीकार कर चुके हैं.
दरअसल बाबरी मस्जिद के पैरोकार हाजी महबूब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि महंत नृत्य गोपाल दास नहीं चाहते हैं, इसका कोई समाधान हो सके, क्योंकि इससे लोगों की दुकानें चल रही हैं. हाजी महबूब के इन्हीं आरोपों पर रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने उन पर निशाना साधा. सत्येंद्र दास ने कहा कि हाजी महबूब यहां पर लोगों को धर्म के नाम पर उलझाते हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत करते रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास. सत्येंद्र दास ने कहा कि हम पहले भी आपसी सहमति से हल निकालना चाह रहे थे, लेकिन उस समय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, हाजी महबूब और इनसे जुड़े जितने भी लोग थे सभी ने मना कर दिया था. इन लोगों ने कहा था कि हम सिर्फ और सिर्फ सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानेंगे. सत्येंद्र दास ने कहा कि एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट की पहल पर अगर समझौता हो रहा है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है.
सत्येंद्र दास ने कहा कि समझौता बिल्कुल होना चाहिए, लेकिन पहले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तो अपना मन बनाए. उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के लोगों को जहां जमीन चाहिए सरकार जमीन दे. इसके लिए निर्मोही अखाड़े ने भी कहा है कि जमीन दी जाएगी. सत्येंद्र दास ने कहा कि अगर इसके बाद भी ये लोग नहीं मान रहे हैं तो कहीं न कहीं इनके मन में खोट है.
सत्येंद्र दास ने कहा कि अगर श्रीश्री रविशंकर पहल करते हैं तो करें हमें कोई आपत्ति नहीं हैं. सुप्रीम कोर्ट जिसको भी तय करे वह सामने आए, लेकिन रामलला का जो मुख्य भवन, स्थल और जन्म स्थली है वह बहुत पूजनीय और पवित्र है. वहां पर किसी प्रकार का हस्तक्षेप हम स्वीकार नहीं करेंगे. राम मंदिर जैसी पवित्र भूमि की एक इंच भी जमीन हम नहीं देंगे.