अयोध्याः राम मंदिर निर्माण के लिए महंत परमहंस दास ने लगातार 8 दिनों तक बिना अन्न-जल के आमरण अनशन किया था. अयोध्या के प्रसिद्ध महंत परमहंस दास ने अब शहर में बने कब्रिस्तानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सोमवार को महंत परमहंस दास ने कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर डीएम अनुज कुमार झा से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में महंत परमहंस दास ने जिलाधिकारी से मांग की है कि अयोध्या शहर की 5 कोस की परिधि के बाहर कब्रिस्तान बनाया जाए.
महंत परमहंस दास ने अयोध्या में 5 कोस के बाहर कब्रिस्तान बनाने की मांग की. कब्रिस्तान से आसपास के लोगों में भय
संतों के साथ डीएम से मुलाकात करने पहुंचे तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने ज्ञापन में लिखा है कि शहर में आबादी के बीच थोड़ी-थोड़ी दूरी पर कब्रिस्तान बनाए जा रहे हैं. इससे इनके आसपास रहने वालों के मन में भय व्याप्त रहता है. कब्रिस्तान बनाने के नाम पर सरकारी और आबादी की जमीनों पर अवैध कब्जा किया जा रहा है. महंत परमहंस दास ने मांग की है कि अयोध्या की शास्त्रीय सीमा 5 कोस की परिधि के बाहर निर्धारित स्थान पर कब्रिस्तान बनाया जाए.
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1950 के शासनादेश का हवाला
महंत ने मांग की है कि जनपद में अन्य स्थानों पर भी आबादी से हटकर एक निर्धारित स्थान पर ही कब्रिस्तान बनाया जाए. महंत ने यह मांग सन 1950 के एक शासनादेश का हवाला देते हुए की है. इस शासनादेश में आबादी से दूर कब्रिस्तान बनाए जाने का प्रावधान किया गया है. महंत परमहंस दास ने यह भी कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो वह साधु-संतों के साथ आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
प्रतिबंध के बावजूद बिक रहे मांस-मदिरा
महंत परमहंस दास ने आरोप लगाया कि अयोध्या की 14 कोस की परिधि में मांस और मदिरा जैसे पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके बावजूद इनकी बिक्री पर रोक नहीं लग पा रही है. परमहंस दास ने कहा कि कुछ दिनों तक तो प्रतिबंध कायम रहा. इसके बाद फिर से 14 कोस की परिधि में मांस-मदिरा की बिक्री शुरू हो गई. हमारी मांग है कि प्रतिबंध को जिला प्रशासन सख्ती से लागू कराएं.