अयोध्याःनव्य अयोध्या के लिए भूमि अर्जित करने के लिए प्रशासन ने सर्वे प्रक्रिया पूर्ण करने हेतु गाटावार काश्तकारों की सूची तैयार कर ली है. उक्त गाटावार कृषकों की सूची को संबंधित ग्रामों के मजरों में पढ़ा जाएगा, जिससे अभिलेख में कोई त्रुटि पाए जाने पर उसका निराकरण किया जा सके. भू-अभिलेखों के संबंध में आपत्ति होने पर संबंधित लेखपाल को सूचित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही उसकी तिथियां भी निर्धारित कर दी गई हैं.
मुख्य राजस्व अधिकारी पीडी गुप्ता ने बताया कि ग्राम माझां बरहटा एवं मांझा तिहुरा वर्ष 1984 से अभिलेख प्रक्रिया के अंतर्गत हैं. इन ग्रामों की विगत कई वर्षों से खतौनियां निर्मित नहीं हुई हैं. इस कारण प्रत्येक खाते में बड़ी संख्या में आदेशों का नामांतरण अंकित है.
काश्तकारों की सूची तैयार की गई
मुख्य राजस्व अधिकारी ने बताया कि सर्वे प्रक्रिया पूर्ण करने हेतु गाटावार काश्तकारों की सूची तैयार की गई है. उक्त गाटावार कृषकों की सूची को संबंधित ग्रामों के मजरों में पढ़ा जाएगा, जिससे अभिलेख में कोई त्रुटि पाए जाने पर उसका निराकरण किया जा सके.
आपत्ति होने पर संबंधित लेखपाल को सूचित करें
पीडी गुप्ता ने बताया कि इसके संबंध में समस्त संबंधितों से अपील है कि नियत तिथियों में अपने-अपने मजरों में उपस्थित रहकर उनके भू-अभिलेखों के संबंध में आपत्ति होने पर संबंधित लेखपाल को सूचित करेंगे. इसके अतिरिक्त यदि वह चाहें तो अपनी आपत्ति लिखित रूप से सहायक अभिलेख अधिकारी अयोध्या के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं.
किसान इस तिथि पर पेश कर सकते हैं अपना दावा
उन्होंने बताया कि ग्राम मांझा बरहटा के मजरा भदरहिया के लिए 13 दिसंबर, धर्मू पुरवा 14 दिसंबर, छोटी मुझनिया 15 दिसंबर, बड़ी मुझनिया 15 दिसंबर, खाले का पुरवा 16 दिसंबर, बनवारी पुरवा 17 दिसंबर, न्यूर का पुरवा 18 दिसंबर 2020, इसी प्रकार मांझा तिहुरा के मजरा उल्टाही 12 दिसंबर, बल्टिहा पुरवा 12 दिसंबर, कल्लू पुरवा 13 दिसंबर, परौतन पुरवा 14 दिसंबर, मुनीम पुरवा 14 दिसंबर, बंधा किनारे 15 दिसंबर 2020 की तिथियां निर्धारित की गई हैं. इन तिथियों पर किसान संबंधित लेखपाल से अपने मुआवजे के लिए दावा पेश कर सकते हैं.