अयोध्या: डॉ. कुमार विश्वास बुधवार को अयोध्या पहुंचे. उन्होंने राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राम जैसा स्वरूप समझ पाना बहुत कठिन है. जो जैसा सोचेगा राम उसे वैसे ही दिखेंगे. कई सालों की बाधाओं को पार करते हुए अब सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर बनने के सारे रास्ते खोल दिए हैं. मां सीता को अक्सर परीक्षाएं देनी पड़ी हैं. कुमार विश्वास ने कहा, "अब तक सीता जी को जितनी भी बार अयोध्या में लाया गया, वो किसी न किसी रूप में बाहर होती रहीं. मैं चाहूंगा कि इस बार मंदिर में मां सीता की मूर्ति भगवान राम के बगल में लगे. उन्हें अब राम से अलग और अयोध्या से बाहर नहीं होने देंगे".
डॉ. कुमार विश्वास ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "अब मैं यहां मौजूद सभी माताओं-बहनों का साथ चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि वो आगे बढ़कर सीता की मूर्ति राम के साथ लगाने के लिए आंदोलन चलाएं. इसमें जो भी खर्च होगा, पूरे देश की बहनें मिलकर एक-एक हिसा व्यक्तिगत कोष से देंगी. पहला हिस्सा मां सीता की मूर्ति के लिए मैं खुद दूंगा. इस बार राम अकेले नहीं होंगे. इस विषय पर मैं पीएम मोदी से भी मांग करूंगा कि राम के साथ मां सीता की मूर्ति भी लगाई जाए".