अयोध्याः सूबे की योगी सरकार गोवंश सरंक्षण को लेकर दृढ़ है. इस बात का अंदाजा इससे भी लगया जा सकता है कि ठंढ शुरू होने के साथ ही गोवंशों के लिए जूट के कोट के इंतजाम कर दिए गए. सोमवार को अयोध्या के नगर निगम महापौर ने कदम बढ़ाते हुए गोरक्षा के लिए बैसिंग गांव में बनी गोशाला में जाकर गायों को जूट के कोट पहनाने की शुरुआत की.
सीएम योगी का नया फरमान, गायों के लिए घर के बाद अब कोट का इंतजाम
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना गोवंशों के संरक्षण को लेकर लगातार प्रयत्नशील है. इसी क्रम में ठंड शुरू होने के साथ ही गोवंशों को जूट के कोट पहनाने की शुरुआत कर दी गई है.
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बैसिंग गांव की गोशाला में 1285 गोवंशो को रखा गया है. यह गोशाला कान्हा गोशाला के तहत मॉडर्न तरीके से बनाया जा रहा है. जिसके लिए शासन ने साढ़े आठ करोड़ रुपए आवंटित कर दिया है. गोशाला में गायों को ठंड से बचाने के लिए विभिन्न तरीके के इंतजाम किए जा रहे हैं. कोट के अलावा गोशाला में टीन शेड द्वारा छत की भी व्यावस्था की गई है. जिससे गायों को ओस से भी बचाया जा सके.
खासकर छोटे बड़े गोवंशो के लिए अलग-अलग आकार के जूट कोट बनाकर पहनाए जा रहे हैं. टीन सेड के नीचे गोवंश की बैठने की व्यवस्था की गई है, जिसमें पुवाल बिछाया जा रहा है, साथ ही गोवंश को ठंड से बचाने के लिए विशेष तरीके के अलावों को भी नगर निगम ने बनवाया है, जिसको गोशाला में लगाया जाएगा. इस कवायद के बाद उम्मीद की जा रही है कि योगी सरकार के गोवंश संरक्षण की महत्वाकांक्षी योजना जरुर सफल हो जाएगी.
वहीं गायों को जूट के कोट पहनाने पहुंचे नगर निगम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि योगी सरकार गोसंरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है. गोसंरक्षण के लिए सरकार द्वारा हर प्रकार के कदम उठाए जा रहे हैं. कान्हा गोशाला के लिए राज्य सरकार द्वारा 8.5 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया गया है. सरकार ने गायों बचाने के लिए अब जूट के कोट की व्यवस्था की है.
बता दें कि योगी सरकार आने के बाद सर्वप्रथम अवैध बूचड़ खानों को बंद किया गया, जिसके बाद अन्ना पशुओं की भरमार हो गई थी. अन्ना पशुओं से किसानों को निजात दिलाने के सरकार ने कान्हा गोशाला के अंतर्गत पूरे प्रदेश के सभी जिलों और तहशीलों में गोशालाओं का निर्माण करवाया जिससे अब हद तक किसानों को अन्ना पशुओं से राहत मिल गई है. अब गोवंशों के लिए जूट के कोट की व्यवस्था की गई है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि अब गायों को शीतलहर से बचाया जा सकेगा.