अयोध्या: रौनाही के फैज ए आम मुस्लिम इंटर कॉलेज में हिंदू बच्चों और मुस्लिम बच्चों में विवाद के बाद हिंदू छात्रों पर की गई कार्रवाई से नाराज अयोध्या के तपस्वी छावनी के महंत जगदगुरु परमहंस आचार्य ने रौनाही कूच का प्रयास किया. कड़ी मशक्कत के बाद डीएसपी अयोध्या ने बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के साथ जगद्गुरु परमाणु आचार्य के आश्रम पर पहुंचकर उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया.
जगद्गुरु परमहंस आचार्य कॉलेज में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहते थे, जिससे विद्यालय के प्रबंधकों को सद्बुद्धि आए. लेकिन इससे पूर्व ही जैसे ही जगतगुरु परमहंस आचार्य के कूच की जानकारी पुलिस को मिली तो बड़ी संख्या में पुलिस आश्रम पहुंच गयी और उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया. परमहंस आचार्य ने बताया कि प्रशासन ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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जगतगुरु परमहंस आचार्य ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि विद्यालय में मुस्लिम आक्रांताओं और जिहादी मानसिकता के लोगों की चर्चा हो रही थी, जिस पर दो राष्ट्रवादी बच्चों ने महाराणा प्रताप जैसे शूर वीरों की चर्चा शुरू कर दी. इस पर विद्यालय प्रबंधन ने दोनों छात्रों को कॉलेज से निष्कासित किया है. यह पूरी तरह से गलत है. ऐसे विचारधारा वाले कॉलेज और उनके प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
प्रशासन को ऐसे सभी कॉलेजों पर कार्रवाई करनी चाहिए, जहां पर राष्ट्रवादी विचारधारा को दबाया जा रहा है. आज मैं स्वयं विद्यालय जा रहा था लेकिन मुझे जानकारी दी गई है कि आरोपी कॉलेज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. अगर 1 सप्ताह में कार्रवाई न की गई तो मैं कॉलेज में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करूंगा और वहां हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा करूंगा.
वहीं, क्षेत्राधिकारी पुलिस अयोध्या डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस टीम आश्रम पर पहुंच गई थी. महाराज को समझा-बुझाकर रोक लिया गया है. इस मामले में कार्रवाई की जा रही है. पूरी घटना की जांच की जा रही है. जो भी व्यक्ति दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शांति व्यवस्था कायम है. किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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