अयोध्या: श्री कृष्ण जन्मभूमि को लेकर मथुरा कोर्ट में याचिका दाखिल होने पर भड़के इकबाल अंसारी ने कहा है कि अब धर्म के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंकनी बंद होनी चाहिए. हिंदू और मुसलमान एक दूसरे के साथ मिलकर चलना चाहते हैं लेकिन कुछ राजनीतिक लोग ऐसा नहीं होने देना चाहते. जिस दिन हिंदुस्तान से मंदिर और मस्जिद का विवाद समाप्त हो जाएगा दुनिया में सबसे ऊपर भारत का नाम होगा.
बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी. एक ओर जहां सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हुआ है, तो वहीं अब मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि का मामला कोर्ट में पहुंच गया है. कृष्ण जन्मभूमि परिसर को लेकर मथुरा की कोर्ट में एक मुकदमा दायर किया गया है. दायर मुकदमे में 13.37 एकड़ पर दावा करते हुए स्वामित्व और शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की मांग की गई है. मथुरा सिविल कोर्ट में यह याचिका भगवान श्रीकृष्ण विराजमान की सखा रंजना अग्निहोत्री की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन ने दायर की है. याचिका में जमीन को लेकर 1968 के समझौते को गलत बताया गया है.
मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला पहुंचा कोर्ट, याचिका में मस्जिद से मुक्त कराने की मांग
श्री कृष्ण जन्मभूमि के लिए मथुरा कोर्ट में दायर की गई याचिका पर बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे हिंदू मुस्लिम की राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि हम हिंदू मुस्लिम विवाद नहीं चाहते हैं. लेकिन कुछ पार्टियां ऐसी हैं जो काशी मथुरा की बात कर हिंदुस्तान का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं. यह हिंदुस्तान की तरक्की रोकना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सारे रोजगार बिगड़ गए हैं, लेकिन जाति धर्म की राजनीति करने वाले देश को आगे बढ़ता नहीं देखना चाह रहे हैं. इकबाल अंसारी ने कहा हिंदू मुस्लिम पर विवाद खत्म करें क्योंकि ऐसी राजनीति करने वाले लोगों को भगवान के पास भी जाना है.