अयोध्या: राम नगरी में चार दिवसीय 39वें रामायण मेले का शुभारंभ कोविड-19 की चुनौतियों के बीच गुरुवार (17 दिसंबर) को हुआ. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती व अयोध्या के सन्त-महंतों ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. यह मेला 21 दिसंबर तक चलेगा.
रामकथा पार्क में आयोजित होने वाले रामायण मेले में चारों दिन रामलीला, भजन गायन, लोकनृत्य, लोकगायन सहित अन्य धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी. श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास रामायण मेला समिति के अध्यक्ष हैं, जबकि वरिष्ठ पत्रकार शीतला सिंह महामंत्री हैं.
राम का मंदिर भव्य और मजबूत बनना चाहिए
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि भारत और नेपाल का संस्कार व संस्कृति एक है. अंग्रेजों ने नेपाल को भारत से अलग किया. राम का मंदिर भव्य और मजबूत बनना चाहिए जो कम से कम 1000 वर्ष सुरक्षित रहे. उन्होंने कहा कि सोच विचार करते हुए वास्तु व इंजीनियरिंग व्यवस्था को देखते हुए मंदिर निर्माण हो. मुख्य भाग एक वर्ष में बने, जिसमें रामलला विराजमान हो सकें.