राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की फाइनल डिजाइन में लगेगा समय - राम मंदिर नींव की डिजाइन
राम मंदिर के निर्माण को लेकर अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय का बड़ा बयान आया है. राय ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की फाइनल डिजाइन में समय लगेगा.
अयोध्या: श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय का ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की फाइनल डिजाइन में अभी और समय लगेगा. यह कार्य मार्च तक फाइनल हो पायेगा. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के अनुसार 75 दिन नींव की खुदाई में लगेंगे. नींव की डिजाइन पर मंथन चल रहा है. राम मंदिर निर्माण समर्पण निधि अभियान के तहत ट्रस्ट ने 23 चार्टर्ड एकाउंटेंट को निधि संग्रह से जुड़े कार्य पर लगाया है.
13 करोड़ 90 लाख कूपन छापे गए
चम्पत राय के अनुसार 13 करोड़ 90 लाख कूपन दस, सौ, एक हजार रुपये के छपवाए गए हैं. डिमांड पूरी करने के लिए मुम्बई और बैंगलोर में कूपन अलग से छापे जा रहे हैं. राम सबके सब राम के हैं और राष्ट्र मंदिर का निर्माण हो रहा है.
चम्पत राय के अनुसार जिओ रिसर्च सेंटर हैदराबाद NGRI ने 100 पन्नो की रिपोर्ट दी है. NGRI ने नींव खुदाई के लिए मिट्टी निकालने की सलाह दी थी. इसके बाद उसी पर काम हो रहा है 120 मीटर नीचे बोरिंग कर भूमि की मिट्टी का अध्ययन किया जा रहा है. नींव को भूकंपरोधी , सरयू के पानी की धारा से बचने, बालू में मंदिर निर्माण को लेकर रिसर्च हो रहा है. लंबे समय तक राम मंदिर टिका रहे इस पर काम हो रहा है.
चम्पत राय का ने कहा कि मुस्लिम समाज कल्पना से ज्यादा राम मंदिर के लिए समर्पण निधि दे रहा है. श्रीराम हमारे आराध्य महापुरुष और पूर्वज हैं. मुस्लिमो में यह विचार है. वे आज इस्लाम के अनुयायी जरूर हैं, लेकिन 500 साल पहले उनके पूर्वज श्रीराम थे. उनके पूर्वजों के पूर्वज राम हैं. इंडोनेशिया के लोग मुस्लिम हैं, लेकिन वे श्रीरामचरित मानस व रामायण पढ़ते हैं. रामलीला खेलते हैं. उनका कहना है कि हमने उपासना बदली है पर अपने पूर्वज नहीं.